कोटा राजस्थान 27 मई।
संवाददाता शिवकुमार शर्मा
लू-तापघात से बचाव के लिए सभी उपाय किए जाएं
जिला प्रभारी सचिव टी. रविकांत ने भीषण गर्मी एवं हीटवेव को देखते हुए जिला प्रशासन को बचाव के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ जुटने के निर्देश दिए। उन्होंने लू-तापघात से बचाव की एडवाइजरी की पालना करवाने के साथ ही बेघर लोगों, भिखारियों एवं थड़ी-ठेला लगाने वालों के लिए छाया की व्यवस्था करने तथा उन्हें डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए ठंडे पानी, छाछ आदि का इंतजाम करने को कहा। साथ ही, खनन एवं निर्माण श्रमिकों को दोपहर के तीन-चार घंटे का आराम देने जैसे उपाय करने के भी निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने कहा कि सर्दियों में स्थापित किए जाने वाले रैन बसेरों की तर्ज पर ही भीषण गर्मी से बचाव के लिए भी शेल्टर स्थापित किए जाएं। उन्होंने बेघर लोगों एवं भिखारियों की एरिया वाइज सूची बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, कहा कि लू-तापघात से किसी की भी जान नहीं जाए इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही, उन्होंने डेंगू एवं मलेरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों के प्रभावी रोकथाम के लिए चिकित्सालयों, सीएचसी-पीएचसी में पर्याप्त दवाएं एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराने, एंटी लार्वा एक्टीविटी एवं जागरूकता सामग्री के माध्यम से आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव ने गौशालाओं एवं अन्य पशु-पक्षियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली।
जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने बताया कि लू-तापघात से बचाव के लिए जारी एडवाइजरी की प्रभावी रूप से पालना करवाई जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर खनन एवं निर्माण श्रमिकों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक विश्राम देने, शेल्टर की व्यवस्था, ठंडे पानी, छाछ, ओआरएस घोल वितरण जैसी व्यवस्थाएं करवाई जा रही हैं। कोचिंग सेंटर, माइनिंग इण्डस्ट्री एवं निर्माण कार्य से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर दोपहर के समय विश्राम देने जैसे प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेगा पर कार्यरत मजदूरों के लिए भी छाया एवं ठंडे पानी की व्यवस्था की की गई है।
अवैध खनन, ड्रग्स के विरूद्ध चलाएं प्रभावी अभियान
जिला प्रभारी सचिव ने कहा कि खनन विभाग, पुलिस एवं प्रशासन संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अवैध खनन के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि अवैध खनन की गतिविधियों पर शुरूआती दौर में ही नियंत्रण किया जाए। उन्होंने ड्रग्स, हथियार एवं विस्फोटकों के अवैध परिवहन पर भी नियंत्रण करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने बताया कि विभिन्न उपखंडों में एसडीएम के नेतृत्व में बनाई गई टास्क फोर्स अवैध खनन को रोकने के लिए नियमित रूप से प्रभावी कार्रवाई कर रही है।
कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन एवं ग्रामीण पुलिस अधीक्षक करण शर्मा द्वारा अवैध खनन एवं ड्रग्स पर रोकथाम, महिला उत्पीड़ने रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
बिजली-पानी की व्यवस्थाएं सुचारू रखें
जिला प्रभारी सचिव ने भीषण गर्मी को देखते हुए बिजली-पानी से जुड़े महकमों के अधिकारियों को बिजली एवं पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पीएचईड़ी एवं ऊर्जा विभाग द्वारा स्थापित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में पिछले सात दिन में आई शिकायतों एवं उनके निस्तारण के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बिजली-पानी की शिकायतों के लिए दिए गए दूरभाष नंबर की भी नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए ताकि पता चल सके कि लोग अपनी शिकायतें समय पर दर्ज करवा पा रहे हैं अथवा नहीं।
जिला प्रभारी सचिव ने आगामी मानसून सीजन को देखते हुए ढीले तारों को कसने, ट्रांसफार्मर को निश्चित ऊंचाई पर रखने एवं विद्युत जनित हादसों को रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की वर्तमान व्यवस्था के बारे में पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता से विस्तृत जानकारी ली। पेयजल की कमी वाले क्षेत्रों में आपूर्ति समय अंतराल तथा लंबित बिजली कनेक्शनों के बारे में भी उन्होंने जानकारी ली।
जिला स्तरीय अधिकारी करें अपने कार्यालय का निरीक्षण
प्रभारी सचिव ने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों का नियमित निरीक्षण कर वहां व्यवस्थाएं चाक-चौबंद बनाएं। कार्यालयों में महिला कार्मिकों के लिए अलग शौचालय, महिला उत्पीड़न के प्रकरणों में प्रभावी कार्रवाई करने, आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था, ई-फाइलिंग पूरी तरह से लागू करने एवं साथ-सुथरे कार्यालय बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में जयपुर विद्युत वितरण निगम लि., केईडीएल, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, पुलिस, माइनिंग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम सहित विभिन्न उपखंड अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।