ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
बूंदी (कोटा संभाग)
प्रकृति के साथ जीवन जीने की कला है स्काउटिंग
राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड स्थानीय संघ के तत्वाधान में संचालित किए जा रहे ग्रीष्मकालीन कौशल विकास अभिरुचि प्रशिक्षण शिविर के अंतर्गत पेच ग्राउंड स्थित स्काउट गाइड भवन पर सामुदायिक विकास सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीओ स्काउट सुरेंद्र कुमार मेहरडा एवं सीओ गाइड मधु कुमारी मुख्य अतिथि रहे अध्यक्षता समन्वयक डॉ सर्वेश तिवारी ने की। एसएम एडवांस यूनिट लीडर विश्वजीत जोशी, राज्यपाल पुरस्कृत गाइड पूर्वी जैन, प्रतिज्ञा राठौर एवम् कैंप लीडर कमलेश दाधीच मुख्य वक्ता रहे।
सेमिनार को संबोधित करते हुए गाइड विभाग की जिला संगठन आयुक्त मधु कुमारी ने कहा कि गाइडिंग के माध्यम से 3 वर्ष से 25 वर्ष तक की बालिका विभिन्न विकास के आयाम से जुडकर गतिविधियों के माध्यम से अपना सशक्तिकरण कर सकती हैं। सीओ स्काउट सुरेंद्र कुमार ने बालकों के व्यक्तित्व उन्नयन एवं आत्मविश्वास जागृति में स्काउटिंग प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बताते राष्ट्रपति अवार्ड तक व्यक्तित्व विकास क्रम की जानकारी दी। अध्यक्षीय उद्बोधन में राष्ट्रपति पुरस्कृत डॉ सर्वेश तिवारी ने कहा कि स्काउटिंग की पाठशाला में कैंप क्राफ्ट के माध्यम से शारीरिक, मानसिक बौद्धिक विकास किया जाता है व्यक्तित्व उन्नयन से जोडकर बालकों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाता है। शिविर संचालक विश्वजीत जोशी ने कौशल विकास एवं अभिरुचि प्रशिक्षण का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए नई पीढ़ी को हुनरमंद व आत्मनिर्भर बनाने में स्काउटिंग प्रशिक्षण व्यवस्था की जानकारी दी।
प्रकृति की गोद में जीता है स्काउट
सेमिनार में स्काउटिंग क्या क्यों और कैसे? का सीओ स्काउट, गाइड द्वारा प्रायोगिक प्रदर्शन करते हुए बताया की स्काउट गाइड प्रकृति की अनुपम छटा के बीच रहता है और समुदाय के विकास में प्रसन्नता पूर्वक योगदान देता है। । शिविर जीवन को तंबू में कैसे जिया जाता है इसका स्काउट तंबू लगाकर प्राकृतिक छटा में शिविर जीवन का जीवंत प्रदर्शन किया गया, इसे देखने में एयर कंडीशनर में रहने वाली पीढ़ी ने गहरी रुचि ली।
प्रशिक्षण शिविर का किया अवलोकन
कौशल विकास शिविर में संचालित चित्रकला, हैंडीक्राफ्ट, मेहंदी, सिलाई, नृत्य, स्पोकन, मार्शल आर्ट एवं ब्यूटीशियन की विभिन्न प्रशिक्षण कार्यशालाओं में पहुंच कर अतिथियों ने बच्चो के हुनर को देखकर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बताया कि छुट्टियों में विभिन्न गतिविधियों को सीखकर बच्चे इनका सदुपयोग कर रहे है। वे इन हुनर से स्वयं अपना व्यवसाय भी शुरू कर सकते है।
विजेताओं को किया पुरस्कृत
इस अवसर पर स्काउट गाइड से जुड़े विभिन्न तथ्यों की जानकारी देते हुए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसके विजेताओं एवम् आयोजक दल के सदस्यों को अतिथियों ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षिका रक्षिता जैन ने किया। गार्ड ऑफ़ ऑनर, करतल ध्वनि के बीच शुरू हुए कार्यक्रम में गाइडर विक्टोरिया शर्मा ने स्कार्फ पहनाकर अतिथियों का अभिनंदन किया। संचालक जोशी ने शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डॉ सर्वेश तिवारी ने स्काउट गाइड प्रतिज्ञा दिलवाई, गाइड चेष्टा सैन व नव्या सारस्वत ने हर्षनाद की ध्वनि के साथ अतिथियों का आभार प्रकट किया। सेमिनार में प्रशिक्षक सिद्धि नामा, अंशिका श्रृंगी, शीतल राठौर, हेमलता गुरबानी, प्रीति पराशर, देहरादून विश्वविद्यालय से इंटर्न अनन्या तिवारी, मुख्यमंत्री युवा संबलन से जुड़े गगनदीप सिंह ने सहभागिता की।