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जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना ग्रामीणों की सेहत के लिए वरदान हो रहा साबित

ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
बूंदी राजस्थान

बूंदी, 25 जून। जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना ग्रामीणों की सेहत के लिए वरदान साबित हो रहा है। जल जनित बीमारियों से पीड़ित रहने वाले परिवारों को स्वच्छ जल मिलने से बड़ी राहत मिल रही है। दूषित जल से होने वाली हैजा, टाइफाइड, मलेरिया, हेपेटाइटिस ए आदि बीमारियां अब बीते दिनों की बात हो गई है। जल जीवन मिशन अन्तर्गत जिले मंे स्वीकृत सभी पेयजल परियोजनाओं के पूर्ण होने पर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या का स्थाई समाधान होगा। स्वीकृत पेयजल परियोजनाओं के कार्य प्रगतिरत है और कुछ परियोजनाओं के कार्य पूर्ण कर आमजन को इसका लाभ भी मिलना शुरू हो गया है।
बूंदी जिले में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत सतही स्त्रोत आधारित विभिन्न वृहद पेयजल परियोजनाओं में सम्मिलित किया गया है। अब तक 69 हजार 264 परिवारों को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ‘‘हर-घर नल से नल‘‘ से लाभान्वित किया जा चुका है। जिले में 2061.04 करोड़ लागत की 06 वृहद पेयजल परियोजनाएं स्वीकृत है। इनमें से 76.69 करोड़ लागत की रेट्रोफिटिंग ऑफ बून्दी क्लस्टर वृहद पेयजल परियोजना (विस्तार चम्बल भीलवाडा पेयजल परियोजना) का कार्य पूर्ण किया जा चुका है और इससे 35 गांवों को पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अलावा तात्कालिक पेयजल की व्यवस्था के तहत 64 ग्रामों के लिए 103.96 करोड़ की लागत से 60 एकल ग्रामीण पेयजल योजनाओं के माध्यम से आमजन को ‘‘हर-घर जल‘‘ से लाभान्वित किया जा चुका है।
योजनाएं पूर्ण होने पर होगा पेजयल समस्या का स्थाई समाधान
जिले में 2061.04 करोड़ लागत की कुल 06 वृहद पेयजल परियोजनाएं स्वीकृत है। इनमें सें वर्तमान में जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत 4 परियोजनाएं (लागत राशि रू0 1347.16 करोड़) प्रगतिरत है। प्रगतिरत पेयजल परियोजनाओं में चाकन बांध आधारित इन्द्रगढ़ पेयजल परियोजना, रेट्रोफिटिंग ऑफ क्लस्टर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम चम्बल बून्दी पेयजल परियोजना, गरडदा पेयजल परियोजना एवं हिण्डोली- नैनवां पेयजल परियोजना सम्मिलित है। प्रगतिरत परियोजनाओं के पूर्ण होने पर 505 गांवों का इसका फायदा मिलेगा। इसी तरह निविदा प्रक्रियाधीन नोनेरा वृहद पेयजल परियोजना (लागत राशि रू0 713.88 करोड़) के जरिए जिले के 365 गावांे में पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हो सकेगा।
जिले में स्वीकृत पेयजल परियोजनाओं के पूर्ण होने पर जिले के सभी 874 ग्राम तथा 04 कस्बे सतही पेयजल स्त्रोत (चम्बल नदी आधारित चम्बल भीलवाड़ा ट्रांसमिशन ऑफटेक, काली सिंध नदी पर निर्माणाधीन नोनेरा बांध, चाकन नदी पर स्थित चाकन बांध एवं मांगली नदी पर स्थित गरडदा बांध) से लाभान्वित हो सकेगें।

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