संवाददाता सुरेश भास्कर
लक्ष्मणगढ़ 4 जुलाई। नेशनल हाईवे नंबर 65 पर नेचर पार्क के पास प्रस्तावित हॉस्पिटल के सामने विनायक स्कूल की बस और ट्रेलर की जानकारी के अनुसार फतेहपुर की तरफ से आ रहे ट्रेलर नंबर आरजे 47 जी.ए 3141 और सीकर की तरफ से आ रही स्कूली बस आरजे 23 पी.ए 5411 की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई जिसमें ट्रेलर ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई और विनायक स्कूल की बस पलटी खाने से उसमें सवार बच्चे घायल हो गए। स्कूली बस का शीशा तोड़कर बच्चों को निकाला गया और सभी घायलों को स्थानीय राजकीय उप जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से स्कूली बस के ड्राइवर की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सीकर रेफर कर दिया गया। करीब 10 से 12 बच्चों को लक्ष्मणगढ़ के उप जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है, दो-तीन बच्चों के सिर में चोट आने के कारण यहां जांच मशीन उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें सीकर भेजा गया है। मौके पर मौजूद ट्रेलर के पीछे चलने वाले दूसरे ट्रेलर के ड्राइवर ने बताया कि ट्रेलर चालक अजमेर के पास मांगलियावास का कालूराम था जिसने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए तेज और अनियंत्रित स्कूली बस को ट्रेलर से भिड़ंत से बचने के लिए जोरदार ब्रेक लगाते हुए ट्रेलर को निर्माणाधीन अस्पताल के सामने पड़ी हुई बजरी के पास मोड़ लिया जिससे सिर्फ दोनों ही वहां के ड्राइवर साइड का हिस्सा आपस में टकराया। टक्कर लगने के बाद स्कूली बस पलट गई और वहां कोहराम मच गया।
आसपास मौजूद लोगों ने बस के शीशे तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। मौके पर लक्ष्मणगढ़ पुलिस चौकी के एएसआई बाबू खान और हेड कांस्टेबल विनोद कुमार पहुंचे जिन्होंने भिड़ंत के बाद लगे जाम को वहां से हटाकर रास्ता खुलवाया।
खुद मर कर बचा गया बच्चों की जिंदगी
मौके पर मौजूद ट्रेलर के साथ चलने वाले अन्य ट्रेलर के ड्राइवर व खलासी और प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि ट्रेलर चालक को भिड़ंत का एहसास पहले ही हो गया था।उसने भिड़ंत से बचने की पूरी कोशिश करते हुए ट्रक को जोरदार ब्रेक लगाए जिससे ट्रेलर के टायर फट गए। इतना करने के बाद भी ट्रेलर का आगे का हिस्सा बस के आगे के हिस्से से आमने-सामने से टकरा गया। ड्राइवर ने ट्रेलर को बजरी के ढेर के ऊपर चढ़ाने का प्रयास किया, जिससे आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत टल गई लेकिन इस प्रयास में ड्राइवर साइड का हिस्सा बस से टकराने से ड्राइवर की मौत हो गई। वहाँ मौजूद लोगों द्वारा यह कहते हुए सुना गया कि ट्रेलर का ड्राइवर खुद मरकर कई बच्चों की जिंदगी बचा ले गया।