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सामूहिक अवकाश पर रहे मेडिकल टीचरः डाइंग कैडर और राजस्थान सेवा रूल्स लागू करने की मांग, मरीजों को हुई परेशानी

रणजीत मेघवाल झालावाड़
झालावाड़ राजस्थान

झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में 2017 के बाद राजमेस में भर्ती होने वाले मेडिकल टीचर डाइंग कैडर और राजस्थान सेवा रूल्स लागू नहीं करने के विरोध में सामूहिक अवकाश पर रहे। इस दौरान अस्पताल में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

झालावाड़ 22जुलाई। झालावाड़ मेडिकल कॉलेज टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. महावीर मीणा ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने कॉलेज के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। मांगें पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। इस दौरान डॉक्टरों ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में 2017 के बाद राजमेस के अन्र्तगत नव नियुक्त मेडिकल टीचर अनिश्चितकालीन समय तक सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। डॉक्टरों की मांग है कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने बजट सत्र में यह घोषणा की थी कि राजमेस में भी राज्य सेवा नियमों को एडॉप्ट किया जाएगा। इस घोषणा के बाद सभी नवनियुक्त मेडिकल टीचर बहुत खुश और सुरक्षित भविष्य के प्रति आश्वस्त थे, लेकिन जानकारी में आया है कि वित्त विभाग और राजमेस ने इन नियमों को वर्तमान में कार्यरत सभी मेडिकल टीचरों पर लागू नहीं कर 1 अगस्त 2024 के बाद नवनियुक्त होने वाले मेडिकल टीचरों पर ही इसको लागू करने का और वर्तमान में कार्यरत सभी नवनियुक्त मेडिकल टीचरों को डाईंग कैडर घोषित करने का निर्णय लिया है। सभी नवनियुक्त मेडिकल टीचरों को डाईंगकैडर घोषित कर हासिये पर धकेलने का और वर्तमान अधूरे और घटिया राजमेस नियम ही लागू रखे जाने का अतार्किक निर्णय है।

राज्य स्तरीय संगठन ने यह निर्णय लिया है कि वित्त विभाग और राजमेस के इस कृत्य के विरोध स्वरूप राज्य सेवा नियमों के तहत ही सुविधाएं दिए जाने तक झालावाड़ के डॉक्टर भी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। अस्पताल अधीक्षक डॉ. रविंद्र मीणा ने बताया कि 29 डॉक्टर को सूचना दी गई है। इसके चलते हड़ताल से व्यवस्था प्रभावित नहीं होगी।

कर्मचारी भी विरोध-प्रदर्शन में उतरे

राजमेस कर्मचारी महासंघ मेडिकल कॉलेज और सलग्न अस्पताल समूह झालावाड़ अध्यक्ष रामलक्ष्मण कुमावत ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के नॉन टीचिंग स्टॉफ राजमेस के तहत राज्य सरकार के नियमों को एडॉप्ट कर 2008 से नियुक्ति प्रभावी रखने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के जितने भी राजमेस मेडिकल कॉलेज हैं, उनमें झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में ही राजमेस के अराजपत्रित कर्मचारी हैं, जबकि किसी भी राजमेस मेडिकल कॉलेज में अराजपत्रित कर्मचारी नहीं हैं।

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