उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को जामा मस्जिद पर सर्वे के दौरान हुई हिंसा ने शहर को हिला दिया। विवादित सर्वे को लेकर भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी की, जिसके चलते हालात बेकाबू हो गए। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करना पड़ा। हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक पुलिसकर्मी और दर्जनों नागरिक घायल हुए हैं।
सर्वे के दौरान हिंसा भड़की
मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह के अनुसार, हिंसा के दौरान तीन युवकों – नोमान, बिलाल, और नईम – की मौत हुई है। हालांकि, मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि ये मौतें पुलिस की गोलीबारी के कारण हुईं। इस बीच, कमिश्नर ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस की फायरिंग में कोई मौत नहीं हुई है।
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया। भीड़ में महिलाओं और नाबालिग बच्चों का भी इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने कई वाहनों को जलाने और तोड़फोड़ की घटनाओं की पुष्टि की है। चंदौसी के सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया।
घायलों में पुलिसकर्मियों की स्थिति गंभीर
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, हिंसा में घायल 20 से अधिक पुलिसकर्मियों में से एक की हालत गंभीर है। घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए हायर सेंटर में भेजा गया है। इसके अलावा, हिंसा में एसपी के पीआरओ और सीओ अनुज चौधरी को भी गोली लगने की सूचना है।
शहर में सन्नाटा, सुरक्षा कड़ी
घटना के बाद संभल शहर में कर्फ्यू जैसा माहौल है। प्रशासन ने चौराहों और प्रमुख मार्गों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। मुरादाबाद से अतिरिक्त पीएसी बल को संभल रवाना किया गया है। ड्रोन कैमरों और फ्लैग मार्च के जरिए स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
मुरादाबाद और आसपास के क्षेत्रों में भी पुलिस सतर्क है। एसएसपी ने सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए विशेष टीम तैनात की है।
राजनीतिक बयानबाजी तेज
संभल की घटना ने राजनीतिक पारा भी बढ़ा दिया है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हिंसा के लिए समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उपद्रवियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यूपी सरकार से इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की
हिंसा के दौरान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में ली गई महिलाओं की संख्या तीन बताई गई है। उपद्रवियों ने आठ मोटरसाइकिल और तीन कारों को आग के हवाले कर दिया था।
स्थिति नियंत्रण में, पर माहौल तनावपूर्ण
हिंसा के बाद प्रशासन ने शहर में शांति बनाए रखने की अपील की है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती और सख्त निगरानी के बावजूद इलाके में दहशत का माहौल है। संभल में जामा मस्जिद पर सर्वे को लेकर छिड़ा यह विवाद प्रशासन और जनता के बीच विश्वास की एक बड़ी परीक्षा बन गया है। घटनास्थल पर हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, लेकिन इस हिंसा ने संवेदनशील क्षेत्रों में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है।