पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त देते हुए 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। भारत ने इस मैच में 295 रनों से जीत दर्ज कर अपनी विदेश में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया। 2024 में यह जीत इसलिए भी खास बन गई क्योंकि छह साल पहले इसी मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था।
मैच का लेखा-जोखा
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने अपनी पहली पारी में 150 रन बनाए। हालांकि भारतीय गेंदबाजों ने वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 104 रनों पर सिमटा दिया। जसप्रीत बुमराह ने घातक गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके। पहली पारी में भारत को 46 रनों की बढ़त मिली।
दूसरी पारी में भारत ने यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के बेहतरीन शतकों के दम पर 6 विकेट पर 487 रन बनाकर पारी घोषित की। यशस्वी ने शानदार 161 रन बनाए, जबकि विराट ने 100 रन की नाबाद पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया को 534 रनों का विशाल लक्ष्य दिया गया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें 238 रन पर समेट दिया। जसप्रीत बुमराह ने मैच में कुल 8 विकेट झटके, जबकि मोहम्मद सिराज और कुलदीप राणा ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को टिकने नहीं दिया।
136 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन 136 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ गया। उनकी दूसरी पारी में शीर्ष क्रम के 4 बल्लेबाज केवल 29 रन के स्कोर पर आउट हो गए। इससे पहले ऐसा 1888 में मैनचेस्टर में हुआ था, जब ऑस्ट्रेलिया के टॉप-4 बल्लेबाज 38 रन के अंदर पवेलियन लौट गए थे।
भारत ने लिया बदला
पर्थ का यह मैच भारत के लिए बदला लेने जैसा था। 2018 में इसी मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 146 रनों से हराया था। इस बार टीम इंडिया ने उस हार का जवाब दोगुने अंतर से जीत दर्ज कर दिया।
भारतीय गेंदबाजों का जलवा
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में ट्रेविस हेड ने 89 और मिचेल मार्श ने 47 रन बनाए, लेकिन यह स्कोर भारत के दिए विशाल लक्ष्य के सामने कम साबित हुआ। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद