सेतागया मर्डर केस: 4 जनों को मौत के घाट उतारा, फिर खाई फ्रिज में रखी आइसक्रीम, जानें अनसुलझी मर्डर मिस्ट्री

नई दिल्ली: कुछ अपराध इतने खौफनाक और रहस्यमय होते हैं कि वे दशकों तक लोगों के दिमाग में बस जाते हैं। जापान का सेतागया मर्डर केस ऐसा ही एक मामला है, जिसने 24 साल पहले पूरी दुनिया को झकझोर दिया था। टोक्यो के शांत इलाके सेतागया में, 31 दिसंबर 2000 की रात मियाजावा परिवार के चार सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। कातिल ने सबूतों के ढेरों निशान छोड़े, लेकिन फिर भी आज तक वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।


कैसे हुई घटना?

मियाजावा परिवार एक साधारण जीवन जी रहा था। परिवार में मिकियो मियाजावा (44), उनकी पत्नी यासुको (41), बेटी नीना (8), और बेटा रेई (6) शामिल थे।

  • 30 दिसंबर 2000 की शाम परिवार रोजमर्रा की गतिविधियों में व्यस्त था।
  • रात के अंधेरे में, एक अज्ञात शख्स उनके घर में घुसा और चारों की बेरहमी से हत्या कर दी।

कातिल ने मिकियो को नीचे के कमरे में चाकू और गला घोंटकर मारा। यासुको और नीना की लाशें बच्चों के कमरे में मिलीं, जबकि बेटा रेई पहले ही मारा जा चुका था।


कत्ल के बाद घर में बिताए कई घंटे

हत्या के बाद, कातिल ने सामान्य अपराधियों की तरह भागने के बजाय घर में कई घंटे बिताए।

  • उसने कंप्यूटर का इस्तेमाल किया,
  • फ्रिज से आइसक्रीम निकाली और खाई,
  • घर का बाथरूम भी इस्तेमाल किया।
    सबूतों के तौर पर उसने खून के धब्बे, उंगलियों के निशान, और डीएनए तक छोड़ दिया।

कत्ल के सबूत और अनसुलझे सवाल

मियाजावा परिवार की हत्या के बाद मौके पर जो सबूत मिले, वे इस केस को और ज्यादा पेचीदा बना देते हैं।

  • डीएनए और फिंगरप्रिंट:
    कातिल के डीएनए और उंगलियों के निशान घटनास्थल पर मिले। लेकिन जांच में पता चला कि उसके जीन एशियाई और यूरोपीय दोनों तरह के थे।
  • कपड़े:
    घटनास्थल पर छोड़े गए कपड़े असामान्य थे। स्वेटर कोरिया में बना था और केवल जापान की कुछ दुकानों में बेचा गया था।
  • चोट:
    कातिल खुद भी वारदात के दौरान घायल हुआ था, क्योंकि खून के धब्बे उसके शरीर से भी संबंधित थे।

पुलिस की सबसे बड़ी जांच, लेकिन नतीजा शून्य

यह जापानी इतिहास का सबसे बड़ा और महंगा क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन केस है।

  • 280,000 से ज्यादा पुलिस अधिकारी इस केस पर काम कर चुके हैं।
  • घर-घर जाकर 16,000 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हुई।
  • कातिल की पहचान के लिए हर संभव तकनीक का इस्तेमाल किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली।

कातिल की संभावित पहचान और मकसद

इस केस को लेकर कई तरह की अटकलें हैं:

  1. ड्रिफ्टर या विदेशी:
    कातिल शायद कोई ऐसा व्यक्ति था, जो अस्थायी रूप से जापान में रह रहा था।
  2. जान-पहचान का व्यक्ति:
    कुछ लोगों का मानना है कि कातिल स्थानीय था और परिवार को जानता था।
  3. साइको किलर:
    कातिल के घर में आराम से समय बिताने के तरीके को देखते हुए, यह एक मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति का काम हो सकता है।

अब तक क्यों नहीं सुलझा केस?

  • मियाजावा परिवार का कोई दुश्मन नहीं था।
  • घर से कोई कीमती सामान गायब नहीं हुआ, इसलिए यह लूटपाट का मामला नहीं था
  • कातिल ने वारदात के दौरान ऐसी सावधानियां बरतीं, जिससे उसका मकसद समझना और मुश्किल हो गया।

आज भी अनसुलझा है ये रहस्य

24 साल बाद भी मियाजावा परिवार का केस जापान की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री है। हर साल यह घटना जापानी मीडिया में चर्चा का विषय बनती है, लेकिन कातिल का नाम और मकसद अब भी एक पहेली है।

कातिल कौन था? उसने यह खौफनाक घटना क्यों की? और सबसे अहम, वह कहां गायब हो गया? ये सवाल आज भी जवाब का इंतजार कर रहे हैं।

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