नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दोनों दलों के बीच “पर्दे के पीछे गठजोड़” हो चुका है और उन्हें अपने गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर देनी चाहिए। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यह बयान ऐसे समय आया है, जब कांग्रेस और भाजपा ने केजरीवाल पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली की जनता अब यह तय करेगी कि उन्हें काम करने वाली सरकार चाहिए या गाली-गलौज करने वाली।
‘कांग्रेस को अब कोई गंभीरता से नहीं लेता’
केजरीवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “लोगों ने कांग्रेस को गंभीरता से लेना बंद कर दिया है, सिवाय कुछ मीडियाकर्मियों के।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा मिलकर ‘आप’ को हराने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन की असफलता ने दोनों दलों के बीच रिश्ते बिगाड़ दिए।
प्रदर्शनकारी महिलाओं पर आरोप
शनिवार को पंजाब से आई महिलाओं के एक समूह ने केजरीवाल के फिरोजशाह रोड स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने पंजाब में 1,000 रुपये मासिक मानदेय देने की मांग की। इस पर केजरीवाल ने कहा, “ये महिलाएं कांग्रेस और भाजपा से जुड़ी हैं, पंजाब की नहीं। पंजाब की महिलाएं ‘आप’ के साथ खड़ी हैं और हम पर भरोसा करती हैं।”
‘भाजपा के पास न चेहरा, न एजेंडा’
केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा के पास मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा या एजेंडा नहीं है। उनके पास कोई उपलब्धि नहीं है। वे केवल गाली देकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने 10 साल के काम और अगले पांच साल की योजनाओं के साथ जनता के बीच जा रही है।
दिल्ली चुनाव पर नजर
दिल्ली विधानसभा चुनाव अगले महीने होने हैं। 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जबकि कांग्रेस और भाजपा क्रमशः 48 और 29 सीटों पर ही उम्मीदवार उतार पाए हैं। केजरीवाल के इस बयान ने दिल्ली चुनावों में सियासी तापमान और बढ़ा दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इन आरोप-प्रत्यारोपों के बीच किसे चुनती है।