कर्नाटक के बेंगलुरु से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने समाज के रूढ़िवादी नजरिए को झकझोर कर रख दिया। जब दूल्हा और बाराती शादी समारोह में नशे में धुत होकर हंगामा करने लगे, तो दुल्हन की मां ने अपनी बेटी की गरिमा और भविष्य को प्राथमिकता देते हुए बारात वापस लौटा दी।
क्या हुआ था शादी में?
यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो से चर्चा में आई। वीडियो में दिखाया गया है कि शादी के दौरान दूल्हा और उसके दोस्तों ने शराब के नशे में हंगामा किया। उन्होंने आरती की थाली तक उछाल दी, जिससे माहौल बिगड़ गया। दुल्हन की मां ने तुरंत स्थिति का आकलन किया और बिना किसी झिझक के बारात को लौटाने का साहसिक कदम उठाया।
“हमने भरोसा किया, लेकिन इज्जत नहीं रखी”: मां का जवाब
वीडियो में दुल्हन की मां को बारातियों से यह कहते हुए सुना जा सकता है, “आप लोगों पर बहुत भरोसा किया, लेकिन आपने हमारी इज्जत की परवाह नहीं की। अभी से ऐसे हालात हैं, तो मेरी बेटी के भविष्य का क्या होगा?”
लोगों की तारीफ और समाज की प्रतिक्रिया
दुल्हन की मां के इस फैसले की सोशल मीडिया पर काफी सराहना हो रही है। कई लोगों ने इसे महिलाओं की गरिमा और सशक्तिकरण का प्रतीक बताया। एक यूजर ने लिखा, “ये बदलाव का संकेत है। हर मां को अपनी बेटी के लिए इतना मजबूत होना चाहिए।” वहीं, कुछ पुराने विचारों वाले लोगों ने इसे “इज्जत का मुद्दा” बताया। एक यूजर ने कहा, “बारात लौटाना बेटी की शादी में दिक्कतें खड़ी कर सकता है।”
समाज के दकियानूसी ताने और बदलाव की पहल
जहां एक तरफ इस घटना को प्रगतिशील सोच का उदाहरण माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग अब भी इसे “परिवार की इज्जत” से जोड़कर देख रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज में जरूरी बदलाव का हिस्सा हैं। महिलाओं को गलत परिस्थितियों के सामने खड़ा होना सिखाने की यह घटना एक मिसाल है।
“कभी-कभी कठिन फैसले ही सही होते हैं”
दुल्हन की मां ने जिस तरह से अपनी बेटी के भविष्य को प्राथमिकता दी, वह समाज के हर मां-बाप के लिए प्रेरणा है। गलत लोगों के साथ शादी निभाने से बेहतर है कि सही वक्त पर सही फैसला लिया जाए।