जयपुर: राजस्थान की राजनीति में हलचल उस समय बढ़ गई जब भजनलाल सरकार के मंत्री के.के. विश्नोई ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को ‘गजनी अंकल’ करार दिया। जयपुर स्थित प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा, “डोटासरा जी को शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस हो गया है। उन्हें 13 महीने पहले के उपचुनाव में कांग्रेस को मिले झटके तक याद नहीं हैं।”
डोटासरा के बयानों पर निशाना
विश्नोई ने कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “डोटासरा जी रोज अनर्गल बयान देते हैं, जिनमें तथ्यों का अभाव होता है। वे केवल झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस का रिकॉर्ड झूठे वादों और खोखली घोषणाओं का है, इसलिए जनता ने उन्हें बार-बार नकारा है।”
कांग्रेस के उपचुनाव पर तंज
मंत्री विश्नोई ने उपचुनाव के नतीजों का हवाला देते हुए कहा, “राजस्थान की समझदार जनता ने कांग्रेस को सात में से केवल एक सीट दी। यह कांग्रेस के झूठे वादों का परिणाम है। भाजपा सरकार में जनता का विश्वास है और हमारा प्रदर्शन इसका प्रमाण है।”
भाजपा सरकार में पारदर्शिता पर जोर
विश्नोई ने पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके समय में बार-बार पेपर लीक होते थे। “हमारी सरकार ने अब तक 110 से ज्यादा परीक्षाएं करवाई हैं, और एक भी पेपर लीक नहीं हुआ। माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए हमने उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। भाजपा सरकार युवाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है और सरकारी नौकरियों की बौछार कर रही है।”
राजनीतिक गर्मी तेज़
इस बयान के बाद राजस्थान की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। वहीं, विश्नोई के इस बयान ने चुनावी माहौल में भाजपा के लिए नया मुद्दा खड़ा कर दिया है।