“बीजेपी का बैंक बैलेंस तगड़ा, कांग्रेस का पतला – चुनावी मुकाबला या ‘धन’ युद्ध?”

राजनीति में विचारधारा से ज्यादा वित्तीय ताकत भी मायने रखती है, और इसका ताजा उदाहरण बीजेपी और कांग्रेस की आर्थिक स्थिति में दिखता है। चुनाव आयोग को दी गई ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च 2024 तक बीजेपी के पास 7,113.80 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस था, जबकि कांग्रेस की जेब में सिर्फ 857.15 करोड़ रुपये थे। कह सकते हैं कि अगर राजनीति क्रिकेट होती, तो बीजेपी ‘मुकेश अंबानी की मुंबई इंडियंस’ होती और कांग्रेस ‘90s की इंडियन टीम’—टैलेंट तो है, पर पैसा नहीं!

कौन कितना खर्चा कर रहा है?

बीजेपी ने 2023-24 में 1,754.06 करोड़ रुपये खर्च कर डाले, जबकि कांग्रेस ने इससे आधे से भी कम 619.67 करोड़ रुपये में काम चला लिया। बीजेपी के खर्चे में 60% की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि कांग्रेस का बजट भी बढ़ा लेकिन बीजेपी के मुकाबले उसका खजाना कुछ ज्यादा हल्का रहा।

चुनावी बॉन्ड से आए कितने पैसे?

अगर चुनावी बॉन्ड की बात करें तो बीजेपी को 1,685.69 करोड़ रुपये मिले, जबकि कांग्रेस को 1,225.11 करोड़ रुपये ही नसीब हुए। यानी बीजेपी की धनवर्षा ज्यादा हुई, जबकि कांग्रेस को “थोड़ा है, थोड़े की जरूरत है” वाली स्थिति से गुजरना पड़ा।

विज्ञापन और हेलीकॉप्टर पर खर्चा कैसा रहा?

बीजेपी ने विज्ञापनों पर 591 करोड़ रुपये उड़ाए, जिसमें 434.84 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और 115.62 करोड़ प्रिंट मीडिया में बहाए। इतना ही नहीं, बीजेपी ने 2023-24 में 174 करोड़ रुपये हेलीकॉप्टर और विमानों पर खर्च किए, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ 62.65 करोड़ रुपये में अपना सफर निपटा लिया।

सोशल मीडिया और यात्राओं पर खर्च

कांग्रेस ने 2023-24 में 79.78 करोड़ रुपये सोशल मीडिया पर खर्च किए और राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर 49.63 करोड़ रुपये लगाए। इससे पहले 2022-23 में भारत जोड़ो यात्रा के लिए 71.84 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।

आखिरी सवाल – कौन अमीर, कौन गरीब?

अगर बैंक बैलेंस की लड़ाई हो तो बीजेपी “बिग बॉस की विनर” लगती है और कांग्रेस “कंटेस्टेंट जो वोट्स के लिए स्ट्रगल कर रहा हो”। राजनीति में पैसा सब कुछ नहीं होता, लेकिन जब चुनावों में विज्ञापन, प्रचार और हेलीकॉप्टर राइड्स जरूरी हो जाएं, तो बैलेंस शीट ही गेम चेंजर बन जाती है।

तो सवाल ये है—क्या कांग्रेस अपनी तिजोरी मजबूत कर पाएगी या बीजेपी का “कैश” का जलवा यूं ही बरकरार रहेगा? 🤔💰

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