आज चैत्र शुक्ल पक्ष, त्रयोदशी और मंगलवार है। त्रयोदशी तिथि आज सुबह 8 बजे तक रहेगी, जिसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन दमनक चतुर्दशी मनाने का विधान है। इस दिन दमनक वृक्ष की जड़ और शाखाओं से कामदेव की पूजा की जाती है, लेकिन दमनक चतुर्दशी से जुड़ी अन्य मान्यताएं भी सामने आती हैं। कुछ पुराणों के अनुसार दमनक चतुर्दशी के दिन दमनक वृक्ष पर श्री विष्णु की पूजा की जाती है।
इस दिन भैरव और शिव की पूजा करने का भी विधान है। तो वहीं कुछ पुराणों में चैत्र शुक्ल चतुर्दशी को दमनक वृक्ष की पूजा करने और अशोक वृक्ष की जड़ में शिव का आवाहन करने का प्रश्न है। इस संदर्भ में कहा जाता है कि शिव जी के तीसरे नेत्र से जो अग्नि भैरव के रूप में प्रकट हुई थी तब शिव ने दमनक को वरदान दिया कि यदि लोग वसंत और मदन यानी कामदेव के साथ तुम्हारी पूजा करेंगे तो उन्हें जीवन में सभी सुख प्राप्त होंगे। यानि कुल मिलाकर आज के दिन दमनक के पौधे का विशेष महत्व है। आज के दिन दमनक पौधे की पूजा करना और उसके दर्शन करना बड़ा ही फलदायी होगा।
जिनका विवाह किसी कारण से नहीं हो पाता है या जिनके वैवाहिक जीवन में समस्या आती है, वे इस दिन दमनक वृक्ष के तने पर रोली टीका लगाकर, उसकी जड़ पर जल डालें और ‘ क्लीं कामदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करें। यह कम से कम ग्यारह बार करें। लेकिन जिन लोगों को दमनक का पेड़ नहीं मिल रहा है, वे चित्र को इंटरनेट पर अपलोड करें, उसे प्रणाम करें और ग्यारह बार ‘ॐ क्लीं कामदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करें। आपको दांपत्य सुख का लाभ मिलेगा और जिन लोगों की शादी अभी तक नहीं हुई है, उनके घर में जल्द ही शहनाई की गूंज उठेगी।
दमनक के पौधे को आम भाषा में मरुआ या दौना भी कहा जाता है और कई दवाओं में इसका इस्तेमाल होता है। वहां आमतौर पर दो प्रकार पाए जाते हैं, मंजरी तुलसी के पौधे के रूप में दिखाई देती है और दूसरी छोटे-छोटे फूलों के गुच्छे पैदा करती है। स्थान के आधार पर इसके प्रलेखन में अंतर देखा जा सकता है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर यह पेड़ छोटा होता है तो कुछ जगहों पर बहुत ही छोटा पाया जाता है। दमनक का पेड़ बहुत ही सुगंधित होता है और इसकी सुगंध केवल अपने तक ही सीमित नहीं होती बल्कि जहां होता है इसकी सुगंध चारों ओर फैल जाती है। आपको बता दें कि इसकी महक न सिर्फ हवा को मीठा करने में मदद करती है बल्कि हमारे शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाती है। इस बीच दमनक चतुर्दशी मनाने के पीछे हमारे पूर्वजों का भी यही विचार रहा होगा।
दरअसल, इस दौरान जलवायु परिवर्तन के कारण बैक्टीरिया काफी फैल रहे हैं, जो बीमारियों का कारण बन रहे हैं और हमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगी हैं। ऐसे में दमनक का पौधा स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में हमारी मदद करता है। इसलिए इस दिन संभव हो तो दमनक वृक्ष की पूजा करने के अलावा अपने घर या ऑफिस के प्रवेश द्वार के पास दमनक का वृक्ष भी लगाना चाहिए। इससे आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचे रहेंगे।