राजस्थान में बीजेपी के मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी विवाद खत्म नहीं हुआ है. वसुंधरा राजे के कट्टर विरोधी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर ही चुनाव में लड़ने की बात कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, सतीश पूनिया और राज्य मंत्री अरुण सिंह ने कहा है कि वे मोदी के चेहरे के आधार पर ही चुनाव लड़ेंगे। इस बीच, वसुंधरा राजे के समर्थन में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने राजे को सीएम फेस बनाने की मांग की है।
देवी सिंह भाटी ने कहा कि सिर्फ वसुंधरा राजे ही बीजेपी को सत्ता में ला सकती हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि वसुंधरा के विरोधी राजे को मुख्यमंत्री बनाने के बीच में कांटे वो रहे है. शायद इसीलिए वसुंधरा राजे बीजेपी के बड़े विरोध प्रदर्शनों से दूर रहीं. यह आरोप कांग्रेस नेताओं ने लगाया है. राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा राजे के धुर विरोधी माने जाने वाले केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बार-बार कह चुके हैं कि चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा.
शेखावत के मुताबिक, बीजेपी पार्टी के पास विश्व का सबसे लोकप्रिय चेहरा है। यानी माननिये प्रधान मंत्री मोदी। शेखावत ने कहा कि पार्टी के सांसद मुख्यमंत्री का चेहरा तय करेंगे. कोई संदेह नहीं है. केंद्रीय न्याय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा. आपको बता दें, लंबे समय से वसुंधरा राजे के प्रशंसक सीएम के तौर पर देखना चाह रहे थे।
राजस्थान में इस साल के अंत में आम चुनाव होने हैं। कांग्रेस और बीजेपी अपने अपने जीत के दावे कर रही है, लेकिन जीत की घोषणा के चलते सीएम फेस को लेकर दोनों ही पार्टियों में संसय बना हुआ है. कांग्रेस में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच टकराव के बाद मध्यस्थता समझौते की शर्तों को नहीं जानने वाले कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
बीजेपी के कई बड़े नेताओं को सीएम पद के लिए नामित किया गया था. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बढ़ते प्रयासों ने हाल के दिनों में अन्य जगहों पर तनाव बढ़ा दिया है। हालांकि केंद्रीय नेता बार-बार कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा. हालांकि इस मामले में नेताओं के दुस्साहस की वजह से ये मामला तूल पकड़ चुका है. चुनावी बहस के बीच एक बार फिर सवाल उठता है कि बीजेपी के सीएम फेस पर पार्टी अभी मुहर लगाएगी या नहीं?