कोटा, 27 अगस्त। विप्र फाउंडेशन के तत्वावधान में सर्वब्राह्मण समाज की ओर से रविवार को दशहरा मैदान में महाकुंभ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ 11 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा शंखनाद और भगवान परशुराम की विशेष पूजा के साथ किया गया। इस दौरान भगवान परशुराम के जयकारे गुंजायमान होते रहे। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बाबा सत्यनारायण मौर्य ने भगवान परशुराम की स्पेशल पेंटिंग बनाई। कार्यक्रम स्थल पर 3 मंच तैयार कराए गए थे। जिन पर संतजन, अतिथिगण तथा स्थानीय नेता विराजमान रहे। महाकुंभ के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण के तहत अन्य लाभ देने, कोटा मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखने, मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने तथा मंदिरों में ठाकुर जी के पूजन के लिए ब्राह्मण पुजारी ही रखनने संबंधी मांग की।
विप्रो फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम गुरुजी ने कहा कि हमें पांच-पांच घर गोद लेने चाहिए और उन घरों के बच्चों की शिक्षा का संकल्प करना चाहिए। पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज हर वर्ग को साथ लेकर चलता है। सामाजिक न्याय के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया उनको बाहर नहीं किया जा सकता है, लेकिन यह अधिकार की बात है। आज हमारी बेटियों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए। सबको आबादी के अनुसार अधिकार मिले। सही मायने में ज्ञान ही सशक्तिकरण देता है। राष्ट्र और समाज का निर्माण हमारी प्रतिबद्धता है। इसकी पहचान करने की जरूरत है। सुशील ओझा ने कहा कि केवल ब्राह्मण के हित की बात करेंगे तो ब्राह्मणत्व समाप्त हो जाएगा। लेकिन ब्राह्मणों की स्थिति को देखकर ऐसी जाजम बिछानी पड़ रही है। ब्राह्मण समाज संगठित होकर वैज्ञानिक तरीके से वोट करेगा।
विधायक धर्मनारायण जोशी ने कहा कि ब्राह्मण कभी भी जातिवादी नहीं हो सकता। लेकिन हम जब तक पावर सेंटर नहीं बनेंगे तब तक हमारा कल्याण नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि आज सरकार के माध्यम से चीन के बॉर्डर पर भगवान परशुराम की विशाल मूर्ति स्थापित हो रही है। यह हमारे लिए पांचवा धाम बनेगा। विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि यदि हम अपनी शक्ति, सामर्थ्य और क्षमताओं को पहचान लेंगे तो स्वतः ही एकजुट हो जाएंगे। हमें अपनी शक्ति और साहस का प्रकटीकरण करने की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी बीमार होने के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके उन्होंने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए फाउंडेशन का सेवा कार्य प्रशंसनीय है। आज इस कार्यक्रम के माध्यम से हम सामाजिक समरसता का संदेश दे सकते हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि शिक्षा के बिना कोई समुदाय आगे नहीं बढ़ सकता है। अब हमें 14% नहीं 20% आरक्षण चाहिए। हम खैरात नहीं मांग रहे हैं। हमारा हक है, जिसे हम लेकर रहेंगे। यह सभी 8 सजातियों को मिलना चाहिए। समाज का व्यक्ति एमपी एमएलए चुनाव में खड़ा हो तो उसे हमें ताकत देनी होगी। लोकतांत्रिक व्यवस्था में ताकत जरूरी है। उन्होंने कहा कि ग्रंथों को जलाने पर, ब्राह्मण विरोधी नारा लगाने पर, जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मणों के खिलाफ नारे लिखने पर, ब्राह्मण का अपमान करने पर अब हम खामोश नहीं रहेंगे। अब हम विरोध का नारा स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मोबाइल से संबोधित किया
स्वास्थ्य नरम रहने के चलते भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सीपी जोशी ने विप्र महाकुंभ को संबोधित करते हुए विप्र जनों की सर्व कल्याण की भावना के बारे में बताते हुए विप्रजन से एकजुटता दिखाते हुए संकल्प लेने का आग्रह किया
प्रतिभाओं की भ्रूण हत्या हो रही
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक तथा संस्थापक सुशील ओझा ने कहा कि महाकुंभ किसी के विरोध में नहीं है। हम समाज को सकारात्मक सोच से सशक्त करने की बात कर रहे हैं। वर्षों की तपस्या के बाद भी ब्राह्मण विश्व के मंगल का ही वर मांगता है। लेकिन आज भगवान की पूजा करने के लिए भी सरकार से मांग करनी पड़ रही है। मंदिर में ठाकुर जी की पूजा का काम सदियों से ब्राह्मणों के पास रहा है। मंदिर माफी की जमीन का पुजारी ही केयरटेकर है। उस पर भूमाफियाओं के कब्जे के कारण आज राजस्थान में जगह- जगह पुजारियों की हत्याएं हो रही हैं। आज 90% अंक लाने के बाद भी हमारे बेटे बेटियों के एडमिशन नहीं होते हैं। प्रतिभाओं की भ्रूण हत्या की जा रही है।
अपने हक के लिए सड़कों पर बैठेंगे
भुवनेश्वर शर्मा चच्चू भैया ने कहा कि जब राजस्थान में ब्राह्मणों की जनसंख्या 80 लाख थी। तब 70 विधायक होते थे। आज राजस्थान में 90 लाख ब्राह्मण हैं, लेकिन विधायक 19 हैं। दोनों पार्टियों को जनसंख्या के अनुपात में टिकट देने होंगे। हम 14% ईडब्ल्यूएस आरक्षण चाहते थे, लेकिन सरकार ने 4% आरक्षण काट लिया। ब्राह्मण समाज बुद्धिजीवी है। रेल की पटरी नहीं उखाड़ सकता, लेकिन हक के लिए उठेगा। घर से बाहर निकाल कर सड़कों पर बैठेंगे। हाड़ौती के हर जिले में एक विधायक होना चाहिए।
बाबा मौर्य ने कूंची से भरे राष्ट्रवाद के रंग
कार्यक्रम से पहले अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बाबा सत्यनारायण मौर्य ने देशभक्ति गीतों के साथ कूंची से महापुरुषों के चित्र उकेरे। जिनमें राष्ट्रवाद क रंग भरे। बाबा मौर्य ने भगवान परशुराम, श्रीराम और महाराणा प्रताप समेत कईं चित्र बनाए। उन्होंने “भारत भक्तों भारत फिर से पाए वैभव परम.. वंदेमातरम.. सब धर्म से बढ़कर भाई होता राष्ट्रधर्म, वंदे मातरम..” गाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के महान बनने से देश महान नहीं बनेगा। सबको महान बनना पड़ेगा। उन्होंने चंद्रयान के बारे में बताया और भारत की महिमा का गुणगान किया।
देशभक्ति गीतों से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रों के साथ हुई। इससे पहले महिलाओं ने स्वागत गीत और गणेश वंदना की। उन्होंने “लाडले गणेश प्यारे प्यारे… सबसे पहले तुमको मनाएं… अरी सखी मंगल गाओ री.. मनवा रे भज ले राम राम राम.. दो अक्षर का प्यारा नाम.. की प्रस्तुति दी। इस दौरान “परशुराम अवतार प्रभु का जगत प्रसिद्ध कहलाए..” गाया तो भगवान परशुराम के जयकारे गूंज उठे।
ये रखी मांगें
महाकुंभ के दौरान सरकार से ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने, ईडब्ल्यूएस के प्रावधानों को अन्य आरक्षण व्यवस्थाओं के समान करने, पात्रताधारियों के हितार्थ कल्याणकारी योजना लागू करने की मांग की गई। इसके अलावा प्रत्येक जिला स्तर पर वेद विद्यालय खोलने, जिला स्तर पर ब्राह्मण समाज के छात्रावास के लिए 10 बीघा भूमि आवंटित करने, मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर ट्रस्ट व कमेटी को सौंपने, मंदिर माफी की जमीनों को अतिक्रमण मुक्त करवाकर मंदिर के संचालन पुजारी परिवार को खातेदारी अधिकार देने की मांग की गई।
विप्र कल्याण आयोग का गठन हो
महाकुंभ में केंद्र सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर विप्र कल्याण आयोग गठित करने की मांग की गई। वहीं मेडिकल कॉलेज कोटा का नाम बदलकर भगवान परशुराम के नाम से रखने व ब्राह्मणों का परंपरागत कार्य मंदिरों की पूजा विद्वान ब्राह्मणों के हाथ में ही रखने की भी सरकार से मांग की गई।
यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम में भक्तमाल अयोध्या धाम के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेश कुमाराचार्य महाराज, कालीघाट पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी राधेचेतन महाराज, मंगलेश्वरी मठ के संस्थापक तथा आनंद धाम के पीठाधीश्वर महंत रंजीतानंद महाराज, कोल्लम शक्तिपीठ की माताजी नीति अंबा, जगदीशानंद महाराज, दशरथदास महाराज, हरिनारायणदास महाराज, हेमा सरस्वती, जितेंद्रनाथ महाराज, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा गुरुजी, राष्ट्रीय संयोजक और संस्थापक सुशील ओझा, कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा, विधायक धर्मनारायण जोशी, विधायक संदीप शर्मा, अशोक डोगरा, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम, हरियाणा के विप्र फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ, लोकसभा स्पीकर के ओएसडी राजीव दत्ता, प्रशासनिक सेवा के पंकज ओझा, पूर्व आईपीएस लक्ष्मण गौड़, जीपी शुक्ला, मनोज शर्मा, जनहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय त्यागी, जिला परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ममता तिवारी, कृष्णा शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष कृष्णमुरारी चतुर्वेदी, एडवोकेट राजेश शर्मा, केके शर्मा, शशि शर्मा, रघुनंदन गौतम, हेमराज भारद्वाज, केबी गौतम, विजय बसराठा, नंदिनी गौतम, आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष श्याम शर्मा, पवन हिसारिया, कुणाल मिश्रा, अरविंद कौशल, किशन भार्गव, राकेश सोरल, मुकेश गालव, हरिप्रसाद शर्मा, विशाल शर्मा, किशन पाठक, पं. गोविंद शर्मा, डॉ. अमित शर्मा, रमेशचंद गौतम, के के शर्मा कमल ,बारा भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव भारद्वाज, ब्राह्मण सभा समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश टंकारिया ,राजेंद्र शर्मा, ब्राह्मण कल्याण परिषद के अनिल तिवारी, धर्मेंद्र दीक्षित , ब्रजराज गौतम, सर्व ब्राह्मण समाज से राजेंद्र शर्मा, ईश्वर शर्मा समेत अनेक उपस्थित रहे.