बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा रविवार को प्रतापगढ़ में आदिवासी महिला की पैतृक भूमि पर पहुंचे। इसमें उन्होंने कहा कि धरियावद में निर्वस्त्र महिला की घटना होने पर सीएम गहलोत की सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए. उन्होंने गहलोत सरकार पर राहत पैकेज में भेदभाव का आरोप भी लगाया। मीणा ने इस मामले में पीड़ित महिला को मुआवजा, नौकरी और मकान देने की मांग की।
पीड़िता के घर जाने से पहले किरोड़ीलाल धरियावद थाने पहुंचे. यहां उन्होंने पुलिस से मुलाकात की और पीड़िता के साथ हुई अपनी बात के बारे में बात की. इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि महिला और उसके परिवार की फिलहाल काउंसलिंग चल रही है. इसलिए वे मिल नहीं सकते. इसके बाद किरोड़ीलाल ने शाम तक काउंसिलिंग पूरी करने की मांग की।
पुलिस द्वारा पीड़िता को नहीं छोड़ने पर वह थाने के सामने धरने पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को आदिवासी महिला के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए और तत्काल प्रभाव से 25 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, सरकारी नौकरी और स्थायी निवास की घोषणा की जानी चाहिए।
किरोड़ीलाल मीना ने कहा कि देश में इस तरह का अपराध पहले कभी नहीं हुआ. सीएम घड़ियाली आंसू बहाकर 10 लाख रुपए दे आये ये कतई बर्दाश्त नहीं है. मणिपुर की घटना पर कांग्रेस ने उत्पाद मचा रखा था. राहुल गांधी मणिपुर गए. पर वह यहां पीड़िता से मिलने क्यों नहीं आते? आमतौर पर गहलोत सरकार इस स्थिति को छिपाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं लड़की हूं, लड़ना जानती हूं, उन्हें यहां आकर देखना चाहिए कि लड़कियों की हालत कितनी खराब है? उन्होंने कहा कि राजस्थान भयमुक्त हो, इसलिए राजस्थान को गहलोत से मुक्त कराना जरूरी है.
किरोड़ी लाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी कार्रवाई के बाद पीड़िता और परिजनों को मुक्त करें ताकि आदिवासियों में भी न्याय की परंपरा बनी रहे. उन्होंने कहा कि अपराधियों को समाज में सजा मिलनी चाहिए.