जयपुर। नैशनल जन मंडल पार्टी मंगलवार 5 सितंबर को सुबह 11:00 बजे गजसिंहपुरा, गोपालपुरा बाईपास, जयपुर में रामलाल प्रजापति के नेतृत्व में प्रारंभ होगी। इस मौके पर पार्टी के अध्यक्ष दौलतराम पैंसिया प्रदेश की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष के साथ-साथ भविष्य में विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेंगे।
राजनीतिक आंदोलन को मजबूत करने के लिए जो सभी लोगों के लिए सामाजिक न्याय और विकास के लक्ष्यों का समर्थन करता है। जैसे-जैसे आपकी राजनीतिक पार्टी नैशनल जन मंडल पार्टी मजबूत होती जाएगी, राजनीतिक दलों में मूल ओबीसी नेताओं की मांग बढ़ेगी।
नैशनल जन मंडल पार्टी की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उद्घाटन समारोह में हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित राजस्थान राज्य से पार्टी के एक दर्जन से अधिक समर्थक शामिल होंगे। पार्टी के उद्घाटन समारोह के दौरान पार्टी के अध्यक्ष दौलत राम पैंसिया सभा को संबोधित करेंगे और पार्टी के संस्थापक उद्देश्य, पार्टी की संस्कृति और नीति के बारे में विस्तार से बताएंगे। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में लगभग 5,000 लोगों के आने की उम्मीद है।
देश में प्रत्येक नीति और प्रक्रिया राजनीतिक राय से निर्धारित और प्रभावित होती है, और राज्य और देश में सभी प्रक्रियाओं की परिभाषा भी राजनीति से निर्धारित और प्रभावित होती है। देश की आजादी के 76 साल बाद भी न तो केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार आधी से ज्यादा आबादी यानी ओबीसी के लिए कोई एकीकृत नीति नहीं बना पाई है, और न ही किसी सरकार की इसमें भागीदारी नजर आ रही है। यहां तक कि एक ही समुदाय के बीच, आबादी का बड़ा हिस्सा ओबीसी के सबसे पिछड़े वर्गों का है, जिनका अधिकार अविश्वसनीय है। यहां तक कि ओबीसी का नाम लेना भी राजनीतिक हत्या के समान है।’ ऐसा प्रतीत होता है कि देश के प्रमुख राजनीतिक दल वोट हासिल करने तक मूल ओबीसी का समर्थन करते है। उसके बाद मूल ओबीसी का नाम लेना भी पाप समझते है।
मूल ओबीसी के साथ हो रहे इस सौतेले व्यवहार का जवाब देने एवम मूल ओबीसी को शासन प्रशासन में संख्यानुपात में भागीदारी दिलाने के उद्देश्य से नैशनल जनमंडल पार्टी का गठन किया गया है। यह कहना है राष्ट्रीय अध्यक्ष दौलतराम पैंसिया का.