राजस्थान के कोटा जिले में गुरुवार को उस समय माहौल गरमा गया जब भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य के काफिले को रोकने की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। यह घटना नांता थाना क्षेत्र के बड़गांव के पास हुई, जहां कांग्रेस ने विधायक पर तिरंगे के अपमान का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
सूत्रों के अनुसार, विधायक आचार्य महाराणा प्रताप जयंती समारोह में शामिल होने कोटा जा रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस नेता विपिन बरथुनिया और नीरज शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोकने की कोशिश की। पहले से सतर्क पुलिस बल ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए सभी प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाकर हिरासत में ले लिया।
इस दौरान कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर लेटकर विरोध जताने लगे, जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक हटाया और पुलिस वैन में बैठाकर थाने ले जाया गया। गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी थाने पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से बातचीत की।
डीएसपी गंगासहाय शर्मा ने बताया, “हमें पहले से सूचना थी कि कांग्रेस कार्यकर्ता रास्ता अवरुद्ध कर सकते हैं। उन्होंने सार्वजनिक शांति भंग करने का प्रयास किया, इसलिए उन्हें मौके से हटाकर गिरफ्तार किया गया।” यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब राजस्थान की राजनीति में उपचुनावों के बाद से ही गहमागहमी बनी हुई है और विभिन्न दलों के बीच टकराव की स्थिति लगातार बढ़ती जा रही है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।