आज के समय पर शायद हि कोई ऐसा क्रिकेट फैन होगा जो ऋषभ पंत के कारनामों से अनविज्ञ हो। पंत जिन्होने आईपीएल में बुरी तरह फ्लॉप होने के बाद इंग्लैण्ड टेस्ट सीरीज में झंडा गाड रखा है। पंत कि तुलना अधिकांशत: आस्ट्रेलिया के खब्बू विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट के साथ होती रहती है। वहीं, इस वहस पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक बड़ा बयान देकर लगभग विराम लगा दिया है। अश्विन ने ऋषभ पंत को पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट से बेहतर बता दिया। अश्विन का मानना है कि पंत की तुलना सिर्फ गिलक्रिस्ट से नहीं, बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों से की जानी चाहिए।
‘पंत का डिफेंस गिलक्रिस्ट से बेहतर है’
अपने यूट्यूब चैनल ‘ऐश की बात’ में अश्विन ने कहा: “मैं पंत की तुलना पंत से ही करना चाहता हूं। वह एडम गिलक्रिस्ट नहीं हैं। गिलक्रिस्ट की बल्लेबाजी शानदार थी, लेकिन उनके पास पंत जैसा डिफेंस नहीं था। पंत के पास उच्च स्तर का डिफेंस है और वह पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं। गिलक्रिस्ट सातवें क्रम पर खेलते थे। पंत जैसे खिलाड़ी दुर्लभ हैं।” अश्विन ने यह भी जोड़ा कि गिलक्रिस्ट एक अद्भुत विकेटकीपर-बल्लेबाज थे, लेकिन ऋषभ पंत का योगदान और शैली कहीं अधिक आक्रामक और मैच विजेता साबित हो सकती है।
‘पंत संयम रखें, लेकिन अपनी स्टाइल न छोड़ें’
हाालांकि अश्विन ने पंत के तारीफों के पुल बाधते हुए उन्हें नसीहत भी दे डाली। हाल ही में एजबेस्टन टेस्ट मैच में पंत की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा कि उन्हें थोड़े संयम के साथ खेलना चाहिए। उन्हें शोएब बशीर की गेंद पर आउट होने का उदहारण देते हुए कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आपने शोएब बशीर को देखे और उनकी हर गेंद को मारने लग जाओ। उन्होंने यह भी कहा कि “मैं नहीं चाहता कि पंत, शुभमन गिल की तरह खेलें। लेकिन मैं चाहता हूं कि वह मैदान पर थोड़ा संयम दिखाएं।”
उन्होंने एक दिलचस्प उदाहरण देते हुए कहा:
“जब आप मछली पकड़ने के लिए जाल लगाते हैं, तो मछली जानती है कि वहां खतरा है, लेकिन वहां चारा भी है। पंत को भी यह समझना होगा कि कब जोखिम लेना है और कब नहीं।”अश्विन ने कहा कि वह पंत को अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से मनोरंजन करते देखना चाहते हैं, लेकिन चाहते हैं कि वह गेंदबाजों को चकमा देना भी सीखें। “मैं पंत से मनोरंजन की भी अपेक्षा करता हूं, लेकिन मैं चाहता हूं कि वह गेंदबाज को मूर्ख बनाएं, न कि खुद फंसें। उन्हें अपने दिमाग का पूरा इस्तेमाल करना चाहिए।”
निष्कर्ष
रविचंद्रन अश्विन का यह बयान एक तरफ जहां ऋषभ पंत के खेल की सराहना करता है, वहीं उनके खेल में संतुलन लाने की भी सलाह देता है। अश्विन का मानना है कि पंत का टैलेंट और प्रभाव उन्हें गिलक्रिस्ट से भी आगे ले जा सकता है, बशर्ते वह स्मार्ट बैटिंग करना सीखें।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।