राजस्थान की राजनीति एक बार फिर उस वक्त सुर्खियों में आ गई जब भीलवाड़ा जिले के सहाड़ा से भाजपा विधायक लादुलाल पितलिया के बेटे विजय पितलिया पर बजरी खनन से जुड़ी साइट पर दबंगई और धमकी देने के गंभीर आरोप लगे। यह मामला रविवार दोपहर रायपुर थाना क्षेत्र के धूलखेड़ा और सुरास के बीच स्थित खनन साइट का है, जहां ठेकेदार और कर्मचारियों ने विधायक पुत्र के व्यवहार को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
‘लीज बंद करवाने’ की धमकी
शिकायतकर्ता नेपाल सिंह के अनुसार, विजय पितलिया तीन अन्य लोगों के साथ खनन साइट पर पहुंचे और वहां मौजूद कर्मचारियों के साथ न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि काम रोकने की धमकी भी दी। विजय ने कथित तौर पर कहा, “यह लीज मैं नहीं चलने दूंगा। मेरे पिताजी विधायक हैं और मैं किसी भी तरीके से इसे बंद करवा सकता हूं—चाहे वो शाम हो, दाम, दंड या भेद।”
रजिस्टर और दस्तावेज छीनने का प्रयास
घटना के दौरान विजय पितलिया पर यह भी आरोप लगा है कि उन्होंने साइट पर मौजूद कर्मचारी पप्पू सिंह के साथ धक्का-मुक्की की और उसका बैग छीनने की कोशिश की, जिसमें जरूरी कागजात और नकदी रखी हुई थी। हालांकि वे बैग नहीं ले जा सके, लेकिन समय-सारणी का रजिस्टर जबरन अपने साथ ले गए।
ठेकेदार को धमकी: ‘साझेदार बनाओ, नहीं तो लीज बंद’
शिकायत में कहा गया है कि जब ठेकेदार नेपाल सिंह ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो विजय ने उन्हें ‘चोर’ कहकर संबोधित किया और धमकी दी कि जब तक उन्हें और उनके पिता को खनन लीज में साझेदार नहीं बनाया जाता, तब तक साइट पर काम नहीं करने देंगे। आरोप है कि जाते-जाते विजय पितलिया ने जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस में शिकायत, जांच शुरू
पीड़ित नेपाल सिंह ने रायपुर थाने में लिखित शिकायत दी है और मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, इस मामले में अब तक विधायक या उनके बेटे की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
बड़ा सवाल: सत्ता के नशे में कानून से ऊपर?
यह घटना प्रदेश में एक बार फिर उस बहस को जन्म देती है कि क्या जनप्रतिनिधियों के परिजन खुद को कानून से ऊपर समझते हैं? क्या सत्ता का इस्तेमाल निजी स्वार्थ सिद्ध करने के लिए किया जाना अब आम होता जा रहा है? राजनीतिक गलियारों में इस मामले को लेकर खलबली है, और विपक्ष ने सरकार से विधायक पुत्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले में कितना निष्पक्ष और सख्त रवैया अपनाता है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।