राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय ऐतिहासिक और साहसिक कदम है। इससे पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश गया है, साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को अधिक जल संसाधन उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा यह बात रविवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित एनडीए मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह फैसला देशहित में लिया गया एक निर्णायक कदम है जो जल संकट से जूझ रहे राज्यों, खासकर राजस्थान के लिए राहत का कार्य करेगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रस्ताव, सर्वसम्मति से पारित
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक पहल का प्रस्ताव रखा गया, जिसे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने समर्थन दिया। इसके बाद एनडीए के सभी दलों ने इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया।
67 हजार को नौकरी, 1.87 लाख पदों पर प्रक्रिया जारी
राजस्थान में रोजगार के क्षेत्र में प्रगति का हवाला देते हुए सीएम शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने अब तक 67 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्त किया है। वहीं, 1.87 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है।
2450 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाएं प्रगति पर
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा क्षेत्र में राजस्थान की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में 2450 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्कों पर कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही 15 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए इच्छुक निवेशकों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। 1000 मेगावाट के बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट्स भी निर्माणाधीन हैं।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा लक्ष्य: 10 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे
सीएम भजनलाल ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य में 7.35 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। इस वर्ष का लक्ष्य 10 करोड़ पौधे लगाने का है, जो राज्य को हरित राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
