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प्रयागराज महाकुंभ: श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या, सफाई कर्मचारियों का सीएम योगी करेंगे सम्मान

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर बीतते दिन के साथ नए कीर्तिमान बना रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, 13 जनवरी से अब तक 62 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या के बावजूद भी महाकुंभ में सफाई और अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त बनी हुई हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ में सफाई व्यवस्था बनाए रखने वाले कर्मचारियों की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि संगम में स्नान करने आए श्रद्धालु उन लोगों की सराहना कर रहे हैं, जो महाकुंभ में स्वच्छता का दायित्व निभा रहे हैं। पीएम मोदी की इस सराहना के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सफाई कर्मचारियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है।

महाकुंभ को सफल बनाने में यूपी सरकार की पूरी ताकत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। महाकुंभ का समापन अब बस चार दिन दूर है, और महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ फिर से बढ़ गई है। बीते चार दिनों में सीएम योगी तीन बार प्रयागराज का दौरा कर चुके हैं। कभी साधु-संतों से मिलने, कभी अधिकारियों की बैठक लेने और कभी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए। योगी सरकार ने सनातन धर्म के इस महान आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।

महाकुंभ में अंतिम स्नान 26 फरवरी को

प्रयागराज महाकुंभ का अंतिम स्नान 26 फरवरी को होगा। इसके अगले ही दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर मेले में रहेंगे, लेकिन इस बार वे उन लोगों का सम्मान करेंगे, जिन्होंने डेढ़ महीने तक श्रद्धालुओं की सेवा की। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री सफाई कर्मियों का सम्मान करेंगे और उनका आभार व्यक्त करेंगे। जिन्होंने अपने परिवार से दूर रहकर, निरंतर श्रद्धालुओं की सेवा की। इसके अलावा, सीएम योगी नाविकों का भी सम्मान करेंगे, जिन्होंने श्रद्धालुओं को गंगा के पवित्र जल तक पहुंचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

सीएम योगी का सामाजिक समरसता की दिशा में कदम

सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के राजनीतिक मायने भी हैं। महाकुंभ के माध्यम से योगी सरकार हिंदू वोट बैंक को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। साथ ही, यह सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक बड़ा कदम माना जा रहा है। सफाई कर्मियों का सम्मान करके सरकार समाज के पिछड़े और दलित वर्ग का मान बढ़ाने की योजना बना रही है, जबकि नाविकों के सम्मान से निषाद समाज को साधने का प्रयास किया जा रहा है।

पीएम मोदी की पहल को आगे बढ़ाने की तैयारी

सीएम योगी का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2019 की पहल से प्रेरित माना जा रहा है। 2019 के प्रयागराज कुंभ मेले में पीएम मोदी ने सफाई कर्मियों के पैर धोकर उनका सम्मान किया था। अब, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसी भावना को आगे बढ़ाने का मन बना चुके हैं। इससे अखिलेश यादव के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) गठजोड़ को तोड़ने की रणनीति भी देखी जा सकती है।

महाकुंभ से बड़ा राजनीतिक संदेश

योगी सरकार ने महाकुंभ को सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व घोषित किया है। सफाई कर्मियों और नाविकों का सम्मान कर, उनकी सेवा का आभार जताते हुए सरकार बड़ा सामाजिक और राजनीतिक संदेश देना चाहती है। इससे यूपी की राजनीति में नए समीकरण बनने की संभावनाएं भी मजबूत हो रही हैं।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

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