[the_ad id="102"]

राजस्थान: दलित नेता के मंदिर जाने पर गंगाजल से शुद्धिकरण, कांग्रेस का BJP पर हमला तेज़

राजस्थान में मंदिर शुद्धिकरण विवाद अब देशभर में राजनीतिक तूफान बन चुका है। गुजरात के अहमदाबाद में चल रहे कांग्रेस के दो दिवसीय अधिवेशन के दौरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि अगर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (LOP) टीकाराम जूली के मंदिर जाने पर गंगाजल छिड़ककर शुद्धिकरण किया गया, तो देश के देहातों में रहने वाले दलितों के साथ कैसा व्यवहार होता होगा?

दरअसल, रामनवमी के मौके पर अलवर के श्रीराम मंदिर में आयोजित प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में टीकाराम जूली ने भी शिरकत की थी। दलित समुदाय से आने वाले जूली के दर्शन के बाद बीजेपी से निलंबित नेता ज्ञानदेव आहूजा ने आपत्ति जताते हुए मंदिर में गंगाजल से शुद्धिकरण कराया था। उन्होंने इसे ‘मंदिर की पवित्रता बनाए रखने’ का तर्क दिया, जिसके बाद से यह मामला गरमा गया।

खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने अधिवेशन के दौरान कहा, “हमारा नेता प्रतिपक्ष मंदिर में भगवान के दर्शन करने गया। उसके बाद मंदिर में गंगाजल से शुद्धिकरण किया गया। यह शर्म की बात है। अगर एक वरिष्ठ दलित नेता के साथ ऐसा हुआ, तो देश के गांवों में रहने वाले दलितों के साथ क्या हो रहा होगा? क्या दलित हिंदू नहीं है?”

उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।

राहुल गांधी ने भी साधा निशाना

इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “बीजेपी की दलित विरोधी और मनुवादी सोच का एक और उदाहरण सामने आया है। बीजेपी लगातार दलितों का अपमान कर रही है और संविधान पर हमला कर रही है। मोदी जी, देश संविधान और उसके आदर्शों से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।”

BJP ने उठाया सख्त कदम

विवाद के बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी कड़ी कार्रवाई करते हुए ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी की मूल विचारधारा और अनुशासन का उल्लंघन किया है।

देशभर में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन

मंदिर शुद्धिकरण मामले को लेकर कांग्रेस ने राजस्थान सहित देशभर में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। कांग्रेस का कहना है कि यह घटना भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करती है और संविधान के मूल्यों के खिलाफ है।

गुजरात में कांग्रेस का अधिवेशन

गौरतलब है कि गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे सहित देशभर के 1,700 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इस अधिवेशन में कांग्रेस नेतृत्व ने एकजुट होकर भाजपा सरकार की नीतियों और सामाजिक मुद्दों पर मुखर विरोध जताया है।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट

संबंधि‍त ख़बरें

सोना चांदी की कीमत