राजस्थान सरकार ने शिक्षा विभाग के तहत एक बड़ा फैसला लेते हुए सरकारी स्कूलों में उपप्रधानाचार्य (वाइस प्रिंसिपल) के पद को समाप्त कर दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के नेतृत्व में विभाग ने इस पद को ‘डाइंग कैडर’ घोषित करते हुए आधिकारिक आदेश जारी किए हैं। यह फैसला पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के आदेश को पलटते हुए लिया गया है।
क्या है नया निर्णय?
शिक्षा विभाग के अनुसार, उपप्रधानाचार्य के पद को हटाकर अब ‘वरिष्ठ व्याख्याता’ का एक नया पद सृजित किया गया है। इसका उद्देश्य शिक्षकों को पदोन्नति के अधिक अवसर प्रदान करना तथा स्कूलों में शिक्षण गुणवत्ता को बढ़ाना बताया गया है। नए पद का वेतनमान RCS (RP) नियमों के अनुसार L-14 होगा।
कैसे होगा परिवर्तन?
- वर्तमान में खाली पड़े उपप्रधानाचार्य के पदों और भविष्य में रिक्त होने वाले पदों को ‘वरिष्ठ व्याख्याता’ (L-14) में बदला जाएगा।
- यह पद L-12 वेतन स्तर वाले व्याख्याताओं को पदोन्नति देकर भरे जाएंगे, जिनके पास कम से कम 3 वर्ष का अनुभव होगा।
- इस कदम से शिक्षकों के करियर ग्रोथ के नए रास्ते खुलेंगे और पदोन्नति प्रक्रिया सुगम होगी।
गहलोत सरकार के फैसले को किया पलटा
बता दें कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उपप्रधानाचार्य के पदों का सृजन किया था। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने इस नीति को बदलते हुए नया ढांचा लागू किया है। शिक्षा विभाग का कहना है कि यह कदम शिक्षण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने और प्रशासनिक बोझ को कम करने के लिए उठाया गया है।
शिक्षक संगठनों की प्रतिक्रिया
इस फैसले पर शिक्षक संघों की ओर से मिश्रित प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ का मानना है कि यह कदम शिक्षकों के लिए बेहतर करियर विकल्प लेकर आएगा, जबकि अन्य इसे शिक्षा व्यवस्था में अनावश्यक हस्तक्षेप बता रहे हैं। राजस्थान शिक्षक संघ ने इस मामले पर सरकार से बातचीत की मांग की है।
आगे क्या?
विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इस आदेश का पालन सुनिश्चित करें। साथ ही, नए पदों के लिए पदोन्नति प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इस फैसले के बाद अब देखना होगा कि राजस्थान के शिक्षकों और स्कूल प्रशासन पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।