राजस्थान में सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को प्रदेश बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए उसे पूरी तरह “ब्यूरोक्रेसी के कब्जे में” बताया। जयपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा कि सरकार निष्क्रिय, निकम्मी और जनता की समस्याओं के प्रति पूरी तरह असंवेदनशील है।
सरकार ‘राम भरोसे’ चल रही है: डोटासरा
डोटासरा ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य सरकार ‘राम भरोसे’ चल रही है। “मुख्यमंत्री कभी दिल्ली में दिखते हैं, तो कभी देव दर्शन पर निकल जाते हैं। विभागीय समीक्षा के नाम पर केवल टाइमपास हो रहा है और जनता को पीने का पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं,” उन्होंने आरोप लगाया।
SI भर्ती पर सरकार की चुप्पी
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बहुचर्चित SI भर्ती मामले को लेकर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सरकार डेढ़ साल से यह तय नहीं कर पा रही है कि भर्ती को रद्द करना है या बहाल रखना है। “पहले 400-500 भर्तियों को फर्जी बताया गया और अब सरकार कोर्ट में कहती है कि केवल 50-55 ही गलत हैं। इसका मतलब है कि जब तक दिल्ली से ‘पर्ची’ नहीं आती, तब तक निर्णय नहीं लिया जाएगा। यह बेरोजगार युवाओं के साथ सीधा धोखा है।”
पंचायत परिसीमन पर हाईकोर्ट का स्टे
राज्य में पंचायत परिसीमन को लेकर भी डोटासरा ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब हाईकोर्ट ने किसी राज्य सरकार के पंचायत परिसीमन पर स्टे लगाया है। “यह स्टे इस बात का सबूत है कि परिसीमन पूरी तरह से राजनीतिक फायदे के लिए किया गया। भाजपा को जिताने और कांग्रेस को हराने के इरादे से परिसीमन की पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया गया,” डोटासरा ने कहा।
सेप्टिक टैंक हादसे पर भी सरकार को घेरा
जयपुर की एक ज्वैलरी फैक्ट्री में सेप्टिक टैंक हादसे में चार मजदूरों की मौत पर डोटासरा ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में सीवरेज सफाई के लिए रोबोटिक मशीनें खरीदी गई थीं, लेकिन बीजेपी सरकार ने उन्हें गायब कर दिया। “आज मजदूरों की जान जा रही है और सरकार समीक्षा के नाम पर समय बर्बाद कर रही है,” उन्होंने जोड़ा।
केंद्र सरकार पर भी बरसे डोटासरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस ने युद्ध की स्थिति में सेना के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली, जबकि बीजेपी चुनाव के दौरान तिरंगे को राजनीति का हथियार बना रही है। “प्रधानमंत्री सेना के शौर्य के पीछे छिपकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं,” उन्होंने कहा। डोटासरा के इन आरोपों के बाद राजस्थान की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। अब देखना होगा कि बीजेपी सरकार इन गंभीर आरोपों का किस तरह जवाब देती है।
