पटना। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाने से पहले अपने अतीत को देखें। राबड़ी का दावा है कि चौधरी पटना की बोरिंग रोड पर गुंडागर्दी करते थे और वहां युवतियों से छेड़खानी करने के लिए बदनाम थे।
राबड़ी देवी ने राज्य में वोटर लिस्ट से 61 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये कदम बीजेपी द्वारा लोगों का मताधिकार छीनने की साजिश है। उन्होंने इसे बिहार के लोकतंत्र के लिए काला अध्याय करार देते हुए कहा कि राज्य की जनता को इसके खिलाफ अलग-अलग ढंग से जवाब देना होगा।
राबड़ी देवी ने बिहार सरकार द्वारा 70,877 करोड़ रुपये की योजनाओं के यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट समय पर नहीं देने को भी बड़ा घोटाला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में राज्य और केंद्र दोनों की मिलीभगत है। उनका कहना था कि 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद से देश में घोटालों की बाढ़ आ गई है और बिहार इसका बड़ा उदाहरण बनता जा रहा है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के इस सिलसिले में हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि जदयू ने राजद से गठबंधन इसलिए तोड़ा क्योंकि राजद के लोग सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे। वहीं, तेजस्वी यादव ने भी वोटर लिस्ट पुनरीक्षण को लेकर जदयू-बीजेपी गठबंधन पर निशाना साधा था और इसे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ बताया था।
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इस तरह के तीखे आरोप और प्रतिक्रियाएं राज्य की सियासत में गरमाहट बढ़ा रही हैं। वोटर लिस्ट, घोटालों और प्रशासनिक विफलताओं को लेकर उठे सवाल अब राजनीतिक दलों के लिए हथियार बनते दिख रहे हैं।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।