जयपुर के प्रतिष्ठित सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS Stadium) को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह महज सात दिनों में चौथी बार है जब स्टेडियम को बम धमाके की चेतावनी दी गई है। राजस्थान खेल परिषद की आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजे गए ताजा ईमेल में “एचएमएक्स बम विस्फोट सवाई मानसिंह स्टेडियम ऑपरेशन प्रभाकर दिविज” विषय के साथ एक भयावह संदेश भेजा गया। इसमें धमकी दी गई कि “पाकिस्तान से पंगा मत लो। हमारे पास भारत में स्लीपर सेल हैं। ऑपरेशन सिंदूर के लिए आपके अस्पताल भी उड़ा दिए जाएंगे।”
इस धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्टेडियम और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। मेट्रो स्टेशन, अस्पताल, और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस, बम स्क्वॉड, और साइबर क्राइम यूनिट इस मामले की जांच में जुट गई हैं।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
राजस्थान खेल परिषद के अध्यक्ष नीरज के. पवन ने पुष्टि करते हुए कहा, “हमने स्टेडियम की सुरक्षा के लिए चार-चरणीय योजना बनाई है। अतिरिक्त पुलिस बल, बाउंसर, और सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए हैं। खराब कैमरों को तुरंत ठीक कराया गया है।”
परिषद के सचिव राजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि यह चौथी बार है जब स्टेडियम को इसी तरह की धमकी मिली है। इस बार ईमेल में केवल स्टेडियम नहीं, बल्कि अस्पतालों को भी निशाना बनाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि साइबर विशेषज्ञ ईमेल के स्रोत का पता लगाने में लगे हैं और पुलिस को भी पूरी जानकारी दे दी गई है।
हालिया धमकियों का सिलसिला
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8, 12 और 13 मई को भी स्टेडियम को उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं।
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9 मई को जयपुर मेट्रो को धमकी मिली थी जिसमें “ऑपरेशन सिंदूर” का जिक्र था।
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20 फरवरी को SMS मेडिकल कॉलेज को भी बम धमाके की ईमेल मिली थी।
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4 अक्टूबर 2023 को जयपुर एयरपोर्ट सहित देशभर के 100 से अधिक हवाईअड्डों को धमकी भरे ईमेल मिले थे, जिसमें लिखा गया था “हर जगह धमाका होगा… धमाका होगा… धमाका होगा।”
आईपीएल से पहले बड़ी चुनौती
गौरतलब है कि आगामी दिनों में आईपीएल 2025 के तीन मैच जयपुर में SMS स्टेडियम में खेले जाने हैं, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंता और अधिक बढ़ गई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने स्टेडियम की निगरानी चौबीसों घंटे करने का निर्णय लिया है।
निष्कर्ष
लगातार मिल रही धमकियों के पीछे किसी संगठित आतंकी नेटवर्क या विदेशी स्लीपर सेल की संलिप्तता की जांच की जा रही है। राजस्थान पुलिस, एनआईए और साइबर क्राइम टीम सभी संभावनाओं पर गौर कर रही हैं। प्रशासन ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है।
