राजस्थान में एक बार फिर युवाओं की आवाज बुलंद होने जा रही है। 25 मई को जयपुर के मानसरोवर में आयोजित होने जा रही ‘युवा आक्रोश महारैली’ ने सियासी हलकों में हलचल पैदा कर दी है। यह रैली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के बैनर तले और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में हो रही है, जिसमें हजारों युवाओं के जुटने की संभावना है।
SI भर्ती विवाद बना रैली की चिंगारी
यह महारैली मुख्य रूप से SI भर्ती घोटाले, RPSC के पुनर्गठन और युवाओं के भविष्य से जुड़े अन्य मुद्दों को लेकर आयोजित की जा रही है। 2021 में शुरू हुई SI भर्ती प्रक्रिया में पेपर लीक के आरोपों के बाद अदालत में मामले चल रहे हैं और फील्ड ट्रेनिंग पर रोक जारी है। इससे हजारों युवाओं का करियर अधर में लटका हुआ है।
हनुमान बेनीवाल की भावुक अपील
रैली से ठीक पहले हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान के युवाओं से एक भावनात्मक अपील जारी की। उन्होंने कहा: “अब बात सिर्फ एक भर्ती की नहीं रही… बात उस अन्याय के खिलाफ़ खड़े होने की है, जिसने लाखों युवाओं के सपनों को रौंद डाला। क्या आपकी बेरोजगारी जाति देखकर आती है? क्या पेपर लीक धर्म देखकर होते हैं? उन्होंने जाति-धर्म और पार्टी की दीवारों से ऊपर उठकर “सिर्फ हक़ की लड़ाई” के लिए मैदान में उतरने की अपील की।
उन्होंने कहा, “25 मई को सिर्फ भीड़ नहीं, बदलाव की नींव रखने वाला आक्रोश चाहिए।” “अगर अब नहीं जगे, तो फिर मत कहना कि कोई लड़ा नहीं।”
ट्रेनी SIs की दोहरी पीड़ा
जहां एक ओर भर्ती में अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है, वहीं ट्रेनिंग ले रहे SIs का दर्द भी सामने आया है। उनका कहना है कि उन्होंने अन्य अवसर ठुकराकर यह परीक्षा दी, और अब अगर भर्ती रद्द होती है तो यह उनके साथ बड़ा अन्याय होगा।
RPSC भर्ती विवाद: एक नज़र में
-
859 पदों पर भर्ती की घोषणा वर्ष 2021 में हुई।
-
पेपर लीक की जांच में SOG ने कई गिरफ्तारियाँ कीं।
-
हाईकोर्ट ने कई बार यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया।
-
फील्ड ट्रेनिंग पर 10 जनवरी 2024 से रोक प्रभावी है।
रैली के राजनीतिक मायने
राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह रैली सिर्फ युवाओं की नाराजगी का प्रदर्शन नहीं बल्कि राजस्थान की राजनीति में एक बड़े बदलाव की शुरुआत हो सकती है। RLP ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है और सोशल मीडिया से लेकर गांव-गांव तक अभियान चलाया जा रहा है।
