भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच एक बड़ी चेतावनी ने दोनों देशों के रिश्तों में नई तल्खी ला दी है। भारतीय सेना के एयर डिफेंस प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा, “पूरा पाकिस्तान भारत की रेंज में है।” यह बयान उस समय आया है जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें तबाह कर दिया था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
पिछले हफ्ते हुए पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
“हमारे पास पाकिस्तान से निपटने के लिए पर्याप्त हथियार”
लेफ्टिनेंट जनरल डी’कुन्हा ने स्पष्ट किया कि भारत की सैन्य क्षमताएं अत्यंत उन्नत हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास पर्याप्त हथियार हैं जो पाकिस्तान की गहराइयों में भी लक्ष्य को भेद सकते हैं। अगर वे अपने सैन्य मुख्यालय को रावलपिंडी से खैबर पख्तूनख्वा तक भी शिफ्ट कर दें, तब भी वे हमारी रेंज से बाहर नहीं होंगे।“
“पाकिस्तान ने नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने संघर्ष के दौरान अपने नागरिक विमानों और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद नहीं किया, ताकि भारत जवाबी कार्रवाई करने से हिचके। “उन्होंने जानबूझकर नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया, यह एक गंभीर और शर्मनाक रणनीति थी,” उन्होंने कहा।
“पाकिस्तान के ड्रोन हमलों में कोई नागरिक हताहत नहीं”
पाकिस्तान द्वारा भारत पर किए गए ड्रोन हमलों पर बोलते हुए जनरल ने बताया कि पिछले चार दिनों में करीब 800 से 1000 ड्रोन्स भेजे गए थे, जिन्हें भारतीय वायुसेना और एंटी-ड्रोन सिस्टम ने नष्ट कर दिया। “इन ड्रोन्स का मकसद नागरिकों को नुकसान पहुंचाना था, लेकिन हमारी सतर्कता के चलते एक भी भारतीय नागरिक हताहत नहीं हुआ,” उन्होंने कहा।
पाकिस्तानी सेना पर गहराया डर, मुख्यालय शिफ्ट करने पर विचार
भारतीय मिसाइल हमलों के बाद खबरें हैं कि पाकिस्तानी सेना अपने मुख्यालय को रावलपिंडी से हटाकर ज्यादा सुरक्षित स्थान, जैसे कि खैबर पख्तूनख्वा, में शिफ्ट करने पर विचार कर रही है। लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर ने इस कदम को “डर का संकेत” बताया।
विश्लेषण: भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की यह चेतावनी पाकिस्तान के लिए साफ संदेश है कि किसी भी दुस्साहस का जवाब सटीक और निर्णायक होगा। अब यह देखना बाकी है कि इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान क्या रुख अपनाता है।“भारत शांति में विश्वास रखता है, लेकिन चुनौती मिलने पर जवाब देना भी जानता है।” — लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा
