जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चल रहे विशेष अभियानों की श्रृंखला में भारतीय सुरक्षाबलों को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। ‘ऑपरेशन केलर’ के तहत शोपियां और त्राल में हुए दो एनकाउंटर में सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने 6 आतंकियों को मार गिराया है। यह कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद घाटी में चल रहे उच्चस्तरीय जवाबी अभियान का हिस्सा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकियों पर प्रहार
हाल ही में पहलगाम में हिंदू पर्यटकों के खिलाफ हुए नरसंहार के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सटीक हमले किए थे। इसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली गतिविधियां जारी हैं। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों का अगला कदम ऑपरेशन केलर रहा, जिसमें शोपियां और त्राल के संवेदनशील इलाकों में दो एनकाउंटर को अंजाम दिया गया।
आतंकियों ने की जवाबी फायरिंग, सुरक्षाबलों ने संभाला मोर्चा
मेजर जनरल धनंजय जोशी (GOC, विक्टर फोर्स) ने बताया कि 12 मई को केलार क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। 13 मई की सुबह कुछ हलचल का पता लगने पर ऑपरेशन शुरू किया गया। जैसे ही जवान आतंकियों के संपर्क में आए, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में आतंकियों को मार गिराया गया। त्राल में हुए दूसरे एनकाउंटर के बारे में उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई सीमावर्ती गांव में हुई। आतंकवादी अलग-अलग घरों में छिपे हुए थे और उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए तीन आतंकियों को मार गिराया।
मारे गए आतंकी थे बड़े हमलों में शामिल
मारे गए छह आतंकियों में से एक की पहचान शाहिद कुट्टे के रूप में हुई है, जो दो बड़े आतंकी हमलों में शामिल था। इनमें एक हमला जर्मन पर्यटक पर भी शामिल है। इसके अलावा, शाहिद कुट्टे आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग भी करता था।
अभियान जारी, घाटी में बढ़ाई गई सतर्कता
सुरक्षाबलों का कहना है कि ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है। घाटी में अन्य संवेदनशील इलाकों में तलाशी और निगरानी बढ़ा दी गई है। श्रीनगर समेत अन्य प्रमुख इलाकों में 150 से अधिक संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है, और कई जगह छापेमारी की कार्रवाई जारी है। ऑपरेशन केलर के जरिए सुरक्षाबलों ने स्पष्ट संकेत दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति अब शून्य सहिष्णुता की है। देश की सुरक्षा और नागरिकों की जान की रक्षा के लिए हर स्तर पर कार्रवाई जारी रहेगी।
