जयपुर। राजस्थान में पंचायतीराज और नगरीय निकाय चुनावों की घोषणा में देरी को लेकर प्रदेश की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस ने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार सत्ता के मोह में संविधान की अनदेखी कर रही है।
गहलोत का हमला: संवैधानिक व्यवस्था को कमजोर कर रही भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 243-ई में स्पष्ट लिखा है कि पंचायत चुनाव पांच वर्षों में कराना अनिवार्य है। गहलोत ने सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि चुनावों को समय पर कराना कोई विकल्प नहीं, बल्कि संवैधानिक जिम्मेदारी है। उनका आरोप है कि भाजपा चुनाव टालकर हार के डर से भाग रही है और लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर रही है।
डोटासरा का आरोप: सरकार बना रही रणनीति, टाल रही चुनाव
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “राज्य में जानबूझकर चुनावों की तारीखें टाली जा रही हैं।” डोटासरा ने दावा किया कि ‘एक राज्य, एक चुनाव’ की बहस के पीछे छिपकर भाजपा जन प्रतिनिधित्व को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयुक्त स्वयं मंच से कह चुके हैं कि “सरकार चुनाव नहीं कराना चाहती”, जो भाजपा की मंशा पर सवाल खड़े करता है।
परिसीमन और आयोग बना बहाना?
कांग्रेस का कहना है कि सरकार जानबूझकर परिसीमन प्रक्रिया में देरी कर रही है और OBC आयोग का गठन देर से कर, चुनावों को टालने का बहाना बना रही है। डोटासरा ने कहा कि “यह सब कुछ प्रशासन के जरिए शासन को चलाने की रणनीति है, जिससे जनता की भागीदारी कम की जा सके।”
लोकतंत्र पर संकट: कांग्रेस की मांग
कांग्रेस नेताओं ने चुनाव टालने को जनता के अधिकारों का अपमान करार देते हुए कहा कि “जब स्थानीय निकायों और पंचायतों की वैधता समाप्त हो चुकी है, तब चुनावों में देरी लोकतंत्र का अपमान है।” कांग्रेस ने राज्य सरकार से तुरंत चुनावों की तारीख घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि लोकतंत्र की गरिमा को बचाने के लिए अब और देर बर्दाश्त नहीं की जा सकती। राजस्थान में पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों को लेकर सियासी बवाल गहराता जा रहा है। जहां कांग्रेस इसे संविधान और लोकतंत्र से खिलवाड़ बता रही है, वहीं भाजपा सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस सफाई नहीं आई है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।