राजस्थान में मई के अंतिम दिनों में मौसम ने करवट ले ली है। राज्य में प्री-मानसूनी बरसात की शुरुआत तेज हो गई है और इसका असर बुधवार को साफ नजर आया। दोपहर बाद मौसम अचानक बदल गया और तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। करीब एक घंटे तक हुई इस बारिश ने नौतपा की तपिश को धो डाला और लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत मिली।
राज्यभर में बदला मौसम, कई जगह ओले भी गिरे
बुधवार को दोपहर करीब 2 बजे मौसम पलटना शुरू हुआ और कुछ ही देर में तेज बरसात के साथ अंधड़ चलने लगे। कई क्षेत्रों में खंडवर्षा हुई तो कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी देखने को मिली। डबोक स्थित मौसम केंद्र ने 15.6 मिमी बारिश दर्ज की। हालांकि बारिश की तीव्रता सभी क्षेत्रों में समान नहीं रही।
तेज आंधी से पेड़ों को नुकसान
वल्लभनगर उपखंड के भटेवर क्षेत्र में शाम को तेज अंधड़ के साथ भारी बारिश हुई। कई स्थानों पर आंधी से पेड़ों को नुकसान पहुंचा और आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। फतहनगर कस्बे में भी दिनभर की गर्मी के बाद दोपहर सवा तीन बजे तेज हवाओं के साथ बारिश ने मौसम को राहत पहुंचाई।
प्रदेश के तापमान में कमी, लेकिन उमस बरकरार
राज्य में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि बारिश के चलते अधिकांश क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई है। हवा में आर्द्रता 20 से 60 प्रतिशत तक रही, जिससे उमस भरी गर्मी बनी हुई है।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 2-3 दिनों तक उदयपुर और कोटा संभाग में मेघगर्जना के साथ बारिश के आसार हैं। बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभागों में भी 29-30 मई तक आंधी और बारिश का दौर जारी रह सकता है। वहीं दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में तापमान 45-46 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है।
नमी बढ़ी, गर्मी से राहत पर उमस बनी चुनौती
राजस्थान में बढ़ती नमी के चलते तापमान में कुछ गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों की मुश्किलें अभी भी पूरी तरह से कम नहीं की हैं। मौसम विभाग ने फिलहाल येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
