राजस्थान की राजधानी जयपुर के पॉश इलाके वैशाली नगर स्थित आनंद नगर में मंगलवार को एक सनसनीखेज लूट की वारदात सामने आई है। कांग्रेस नेता और बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष संदीप चौधरी के घर पर काम करने वाले नेपाली नौकर दंपती ने दो साथियों के साथ मिलकर एक करोड़ से अधिक की लूट को अंजाम दिया।
घरवालों को नशीली चाय पिलाकर किया बेहोश
नेपाली दंपती भरत और काजल ने घर की बुजुर्ग महिला और गृहिणी को पहले नशीली चाय पिलाई, फिर कथित रूप से इंजेक्शन देकर अचेत कर दिया। इसके बाद अपने दो अन्य साथियों की मदद से घर में रखे एक किलो सोना, डायमंड का नेकलेस, अंगूठियां, कड़ा और करीब 6.5 लाख रुपये के अन्य जेवरात समेट लिए।
सीसीटीवी में कैद हुए आरोपी
पुलिस को घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपी वारदात के बाद घर से निकलते हुए दिखाई दिए हैं। मौके पर एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट्स को बुलाया गया, जिन्होंने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं।
घर में मिले सभी सदस्य अचेत अवस्था में
घटना के समय संदीप चौधरी जयपुर से बाहर थे। उन्होंने सुबह करीब आठ बजे मां कृष्णा, पत्नी ममता, बेटी राजश्री और बेटा राजदीप को फोन किया, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। संदेह होने पर उन्होंने अपने भांजे रोहित को सूचना दी, जिसने अपने पिता बाबूलाल को संदीप के घर भेजा।
बाबूलाल ने जब घर का दरवाजा खोला तो वहां कृष्णा और ममता अचेत अवस्था में पड़ी मिलीं। बच्चों की हालत ठीक थी, लेकिन घर में काम करने वाला नेपाली दंपती गायब था। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और दोनों महिलाओं को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया।
सिर्फ 17 दिन पहले रखे गए थे नौकरी पर
संदीप चौधरी के मुताबिक, नेपाली दंपती भरत और काजल को 28 अप्रैल को 28,000 रुपये महीने की तनख्वाह पर रखा गया था। उन्होंने अपनी मजबूरी बताकर काम मांगा और विश्वास जीत लिया। लेकिन यह भरोसा बहुत महंगा साबित हुआ। घर के मालिक ने इनके पहचान पत्र तो लिए, लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया, जिसका अब खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। भरत और उसके साथियों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया, जबकि काजल ने घर के अन्य कमरों की निगरानी की। संदीप ने बताया कि उनकी मां के सिर और हाथ पर चोट के निशान भी हैं।
