जयपुर। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद 12 नगर पालिकाओं के गठन की अधिसूचना को रद्द करते हुए इन्हें पुनः ग्राम पंचायतों में बदलने का निर्णय लिया है। स्वायत्त शासन विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। यह सभी नगर पालिकाएं जनजातीय उप योजना क्षेत्र में बनाई गई थीं, जिनके गठन को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद लिया गया निर्णय
इन नगर पालिकाओं का गठन पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किया गया था। हाल ही में हाईकोर्ट ने इस पर सवाल उठाते हुए सरकार को पुनर्विचार करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद, राज्य सरकार ने इन नगर पालिकाओं को फिर से ग्राम पंचायतों में बदलने का निर्णय लिया।
इन नगर पालिकाओं का गठन हुआ रद्द
राज्य सरकार द्वारा रद्द की गई नगर पालिकाओं की सूची इस प्रकार है:
- ऋषभदेव (उदयपुर)
- घाटोल (बांसवाड़ा)
- पोंख (झुंझुनू)
- रायपुर (भीलवाड़ा)
- जावाल (सिरोही)
- रानी (अलवर)
- खीरनी (सवाई माधोपुर)
- लालगढ़ जाटान (श्रीगंगानगर)
- रामदेवरा (जैसलमेर)
- रानीवाड़ा (जालौर)
- सेमारी (सलूंबर)
- चावंड (सराड़ा)
स्वायत्त शासन मंत्री का बयान
स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान इस निर्णय की प्रक्रिया की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि सरकार ने न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए इन नगर पालिकाओं को ग्राम पंचायतों में बदलने का निर्णय लिया है।
जयपुर की शहरी सीमा में बदलाव
इसके अलावा, सरकार ने राजधानी जयपुर की शहरी सीमा के विस्तार को लेकर भी अधिसूचना जारी की है। सरकार जयपुर के ग्रेटर और हैरिटेज नगर निगम को एक करने की योजना बना रही है।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में 1.29 लाख तथा हैरिटेज क्षेत्र में लगभग 25 हजार की आबादी जोड़ी गई है। इससे शहरी विकास योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू किया जा सकेगा।
सरकार के फैसले पर जनता की प्रतिक्रिया
सरकार के इस फैसले पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। जहां कुछ ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपने मूल प्रशासनिक ढांचे में लौटने से संतुष्ट हैं, वहीं कुछ जगहों पर इस निर्णय को लेकर असंतोष भी जताया जा रहा है।
भविष्य की योजनाएं
राज्य सरकार आने वाले समय में पंचायत और नगरपालिका क्षेत्रों के पुनर्गठन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी कर सकती है। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि इन परिवर्तनों से संबंधित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं पर क्या असर पड़ता है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।