इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में नाटकीय मोड़ तब आया जब आरोपी पत्नी सोनम रघुवंशी एक वीडियो कॉल के दौरान अपने प्रेमी राज कुशवाह को देख टूट गई और गुनाह कबूल कर लिया। शिलांग पुलिस ने सोनम को गाजीपुर के एक ढाबे से पकड़ा था। पूछताछ के दौरान वह लगातार खुद को पीड़िता बताने की कोशिश कर रही थी, लेकिन जब राज को वीडियो कॉल पर सामने लाया गया और बताया गया कि वह सब कुछ उगल चुका है—तो सोनम फूट-फूट कर रो पड़ी और कहा, “हां, मैंने राजा की हत्या में साथ दिया।”
कैसे टूटा सोनम का हौसला?
पूछताछ में सोनम लगातार सवालों को टाल रही थी। पुलिस ने रणनीति बदलते हुए उसे वीडियो कॉल पर राज से बात करवाई। जैसे ही कैमरा राज की तरफ घूमा, सोनम की आंखें फटी रह गईं। पुलिस ने बताया कि राज और अन्य आरोपी विशाल पहले ही सब कुछ कबूल कर चुके हैं। इसी क्षण सोनम का मनोबल टूट गया और उसने हत्या की साजिश में शामिल होने की बात स्वीकार ली।
पहले से रची गई थी साजिश
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि इंदौर में ही हत्या की साजिश रची गई थी। राजा और सोनम हनीमून पर मेघालय गए थे, लेकिन वहां पति की हत्या कर सोनम फरार हो गई। पुलिस ने अब तक सोनम, राज और विशाल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
सोनम की कहानी से उलझा परिवार
सोनम के भाई गोविंद ने राजा के परिवार को बताया कि सोनम का अपहरण हुआ था और वह 17 दिन से बेहोश थी। वह कैसे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंच गई, इसका उसे कोई अंदाज़ा नहीं। लेकिन राजा के भाई अर्पित रघुवंशी का कहना है, “कौन सी ऐसी दवा होती है जिससे कोई 17 दिन तक बेहोश रहे? वह सिर्फ बहाने बना रही है। आखिरी बार उसने अपनी सास से बात की थी, लेकिन राजा से नहीं करवाई।”
परिवार की नाराज़गी और मांग
गुस्साए परिजनों ने सोनम की तस्वीरों को जलाकर फांसी की सज़ा की मांग की है। उनका कहना है कि जिस भरोसे के साथ राजा ने विवाह किया, उस विश्वास को उसकी पत्नी ने छलनी कर दिया। यह केस अब महज एक मर्डर नहीं, बल्कि विश्वासघात, साजिश और प्रेम की आड़ में की गई क्रूरता की मिसाल बन चुका है।
