भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद भले ही सीमावर्ती क्षेत्रों में हालात सामान्य हो गए हों, लेकिन राजस्थान में एक बार फिर सनसनी फैल गई है। बुधवार को प्रदेश के तीन जिलों—बारां, अलवर और प्रतापगढ़—के मिनी सचिवालयों (जिला कलक्ट्रेट परिसर) को बम से उड़ाने की धमकी भरे ई-मेल प्राप्त हुए, जिससे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में अफरा-तफरी मच गई।
बारां में खाली कराया गया सचिवालय
बारां जिला कलक्टर रोहिताश सिंह तोमर के अनुसार, बुधवार सुबह उनके आधिकारिक ई-मेल पर धमकी भरा संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें लिखा गया था कि दोपहर 2 बजे से पहले मिनी सचिवालय को खाली कर लिया जाए, अन्यथा वहां बम विस्फोट किया जाएगा। ई-मेल मिलते ही तुरंत अलर्ट जारी किया गया और पूरे परिसर को खाली कराकर गहन तलाशी अभियान चलाया गया। राहत की बात रही कि तलाशी के दौरान कोई भी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली।
अलवर को मिली दूसरी बार धमकी
अलवर जिला प्रशासन को एक महीने में दूसरी बार इस तरह की धमकी मिली है। बुधवार सुबह 10 बजे के करीब आए ई-मेल में लिखा गया था कि परिसर में ‘अमोनियम नाइट्रेट फास्फेट’ लगाया गया है, जो दोपहर 2 बजे से पहले विस्फोट करेगा। सूचना मिलते ही जयपुर से बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। गहन जांच की गई, लेकिन यहां भी कुछ नहीं मिला।
प्रतापगढ़ में भी मचा हड़कंप
इसी दिन प्रतापगढ़ जिला कलक्ट्रेट को भी एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा बम विस्फोट की धमकी मिली। धमकी जिला प्रशासन की आधिकारिक ई-मेल आईडी पर भेजी गई थी। सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत मिनी सचिवालय परिसर को खाली कराया और पुलिस अधिकारियों की निगरानी में तलाशी अभियान चलाया गया। यहां भी जांच के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
तीनों घटनाओं के बाद राजस्थान पुलिस और प्रशासनिक महकमे ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। साइबर सेल को भी सक्रिय कर दिया गया है और धमकी भेजने वाले की पहचान करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
जनता से संयम बरतने की अपील
प्रशासन ने जनता से अफवाहों से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की अपील की है। हालांकि सभी जगह तलाशी के दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला, लेकिन बार-बार मिल रही धमकियों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंताओं को जरूर बढ़ा दिया है।
