9 जुलाई 2025 | Churu Fighter Jet Crash: राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में बुधवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया जब भारतीय वायुसेना का एक फाइटर जेट भानुदा गांव के पास खेतों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा दोपहर 12:55 बजे हुआ, जिसके बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
धमाके के साथ गिरी आफत
स्थानीय ग्रामीणों आंखों देखी बताते हुए जानकरी दी कि आसमान में तेज धमाके की आवाज सुनाई दी, जिसके कुछ पलों बाद खेतों में भीषण आग की लपटें और घना धुआं उठता नजर आया। हादसे के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। सेना की रेस्क्यू टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई है और मलबा सील कर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
गांव वालों ने दिखाई बहादुरी
भानुदा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि विमान गिरते ही खेतों में आग फैल गई थी। गांव वालों ने अपनी जान की परवाह किए बिना आग बुझाने की कोशिश की। घटनास्थल पर जेट का मलबा चारों ओर बिखरा पड़ा था, जो हादसे की भयावहता को दर्शाता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विमान टावर के ऊपर से हिलता-डुलता खेतों में जा गिरा। इस घटना के बाद प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा। चूरू के कलेक्टर अभिषेक सुराना और एसपी जय यादव मौका मुयाना किया। पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि विमान एक पेड़ पर गिरा था जिससे पेड़ में आग लग गई। हादसे में दो शव बरामद हुए हैं। सेना की टीम मलबा एकत्र कर रही है और हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।
कहाँ से आया था विमान?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह फाइटर जेट सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भरकर रवाना हुआ था और उसमें दो पायलट सवार थे। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच की जा रही है। बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब भारतीय वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं। 2 अप्रैल 2025, गुजरात के जामनगर में एक जगुआर फाइटर जेट क्रैश हुआ था। पायलट सिद्धार्थ यादव की मौत हो गई थी। इसके बाद 7 मार्च 2025, हरियाणा के अंबाला में एक जगुआर विमान क्रैश हुआ, हालांकि पायलट सुरक्षित बाहर निकल सका था। जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय वायुसेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले जगुआर विमान को पहले ब्रिटेन और फ्रांस की सेनाएं इस्तेमाल करती थीं।
चूरू में हुआ यह हादसा न केवल तकनीकी और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि ग्रामीणों की साहसिक भूमिका को भी उजागर करता है। हादसे की जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी, लेकिन फिलहाल पूरे इलाके में शोक और दहशत का माहौल है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।