दरभंगा की मतदाता सूची में 655 डुप्लीकेट नामों के दावे ने सियासी हलचल तेज कर दी है। बीजेपी के बूथ लेवल एजेंट (BLA) लक्ष्मण कुमार ने आरोप लगाया है कि जिले में बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम अलग-अलग जगहों पर दर्ज हैं और इनमें ज्यादातर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल हैं। इस संदर्भ में उन्होंने एक सूची जिला प्रशासन को सौंपी है। बिहार में इस समय चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची का Special Intensive Revision (SIR) अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच बीजेपी की इस आपत्ति ने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है।
आयोग ने साधारण शिकायत के रूप में लिया संज्ञान
दरभंगा जिला निर्वाचन पदाधिकारी कौशल कुमार ने जानकारी दी कि 10 अगस्त को सौंपी गई सूची तय फॉर्म-7 में नहीं थी, जबकि किसी भी आपत्ति या दावा दर्ज कराने के लिए यह अनिवार्य है। ऐसे में आयोग ने इसे साधारण शिकायत मानते हुए संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में बीजेपी की दी गई सूची और 1 अगस्त को प्रकाशित ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में कई विसंगतियां पाई गई हैं।
विस्तृत जांच जारी
निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार अधिकारियों की टीम अब पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। यदि किसी मतदाता का नाम एक से अधिक स्थानों पर पाया जाता है, तो उसे नियमानुसार सूची से हटा दिया जाएगा। SIR के तहत बिहार में नए मतदाताओं को जोड़ा जा रहा है और पुराने रिकॉर्ड को अपडेट किया जा रहा है।
फॉर्म में शिकायत पर त्वरित कार्रवाई
आयोग का कहना है कि यदि शिकायत निर्धारित फॉर्म में दर्ज होती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। वहीं सामान्य शिकायतों के मामलों में पहले प्रारंभिक जांच होती है, उसके बाद ही फैसला लिया जाता है। बीजेपी का आरोप है कि मतदाता सूची में इतनी बड़ी संख्या में डुप्लीकेट नाम चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करते हैं। वहीं चुनाव आयोग का कहना है कि हर शिकायत का निष्पक्ष परीक्षण होगा और किसी भी गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।