भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय का समापन हो गया है। 14 साल के लंबे और गौरवशाली टेस्ट करियर के बाद विराट कोहली ने सफेद जर्सी को अलविदा कह दिया। 3 जनवरी 2024 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला। इस महान बल्लेबाज ने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में 30 शतकों के साथ 9,230 रन बनाए और भारत के चौथे सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज बन गए।
टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली के रिकॉर्ड इतने प्रभावशाली रहे कि सुनील गावस्कर से लेकर रिकी पोंटिंग तक, हर कोई उनका प्रशंसक बन गया। आइए नजर डालते हैं विराट कोहली के उन 7 ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स पर, जिनकी वजह से वह टेस्ट क्रिकेट के असली ‘किंग’ कहे जाते हैं।
सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान
2014 से 2022 तक कोहली ने भारत की कप्तानी की और 68 टेस्ट में से 40 में टीम को जीत दिलाई। 58.82% की जीत दर के साथ वे भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर 2018-19 में हराकर इतिहास रचा।
सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 7 दोहरे शतक लगाए, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा हैं। बतौर कप्तान भी यह एक विश्व रिकॉर्ड है। उन्होंने 2019 में पुणे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 254 रन की शानदार पारी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक टेस्ट शतक
कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 टेस्ट शतक लगाए, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक हैं। उन्होंने 2014-15 की टेस्ट सीरीज में अकेले 4 शतक जड़े थे।
लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीत का रिकॉर्ड
2015 से 2017 के बीच भारत ने कोहली की कप्तानी में लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीतीं, जिससे उन्होंने रिकी पोंटिंग के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। इस दौरान टीम इंडिया ने घरेलू और विदेशी दोनों ही सरजमीं पर अपना दबदबा कायम रखा।
कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा टेस्ट रन
विराट कोहली ने भारतीय टेस्ट कप्तान के रूप में 5,864 रन बनाए। इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत 54.80 रहा। बतौर कप्तान 20 टेस्ट शतक लगाकर उन्होंने एक और कीर्तिमान स्थापित किया।
ICC टेस्ट रैंकिंग में सबसे अधिक रेटिंग अंक
2018 में विराट कोहली ने ICC टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में 937 रेटिंग पॉइंट्स हासिल किए। यह किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा अब तक का सर्वोच्च स्कोर है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन
विराट ने WTC के 47 टेस्ट में 2,617 रन बनाए और इस टूर्नामेंट में भारत के लिए दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे। 2021 में भारत को WTC फाइनल तक पहुंचाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।
निष्कर्ष:
विराट कोहली का टेस्ट करियर सिर्फ आंकड़ों में नहीं, बल्कि जुनून, आत्मविश्वास और नेतृत्व के उदाहरण में भी अमिट रहेगा। क्रिकेट के इतिहास में उनकी जगह हमेशा ‘महानतम’ के रूप में बनी रहेगी। टेस्ट क्रिकेट को भले ही एक स्टार ने अलविदा कहा हो, लेकिन उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।
