उत्तर प्रदेश का बिजनौर जिला निराला है। यह उत्तराखंड की सीमा पर स्थित है। बिजनौर, जो मोदनाबाद का हिस्सा है, महाराजा दश और सम्राट भरत के लिए जाना जाता है। यह क्षेत्र पारंपरिक परंपराओं की अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है। बिजनौर पर्यटन की दृष्टि से भी प्रसिद्ध है। यदि आप यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो यह क्षेत्र आपके लिए है। आज के इस लेख में हम आपको यहां के कुछ खास दर्शनीय स्थलों के बारे में बताएंगे।
विदुर कुटी आश्रम
विदुर कुटी आश्रम बिजनौर के दारानगरगंज में स्थित है। हिंदू धर्म के अनुसार महाभारत काल में जब महात्मा विदुर ने महाराज धृतराष्ट्र को युद्ध टालने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने उनकी बात और लड़के की बात नहीं मानी। तब विदुर ने हस्तिनापुर छोड़ दिया और गंगा के किनारे एक निर्माण स्थल में रहने लगे। विदुर के पदचिन्ह आज भी यहां देखे जा सकते हैं।
नजीबाबाद किले के सुल्तान
देश के नवाब नजीब-उद-दौल ने नजीबाबाद और बिजनौर में किले बनवाए। वहीं 19वीं सदी में इस किले को सुल्ताना डाकू के नाम से जाना जाने लगा। दरअसल, सुल्ताना डकैत ने इसी किले में शरण ली थी। हालांकि अब किले के कई हिस्से खंडहर का रूप ले चुके हैं।
इंद्र पार्क
अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ सप्ताहांत पिकनिक मनाने की योजना बना रहे हैं, तो इंदिरा पार्क सबसे अच्छा है। यहां के पेड़ और हरियाली आपको बहुत पसंद आएगी। पार्क में बच्चों का खेल का मैदान भी है। ग्रामीण भी यहां सुबह और शाम को टहलते हैं।
अमनगढ़ वन
बिजनौर का अमनगढ़ जंगल निराला है। यहां जानवरों की कई प्रजातियां मिल जाएंगी। जंगल में अक्सर बाघ, हाथी, लकड़बग्घा और दुर्लभ पक्षी रहते हैं। सबसे पहले, यह पार्टेट के राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा था, लेकिन बाद में ये बिजनौर को शामिल हो गई। रोमांच से भरपूर ये प्लेस सेल्फी पाइंट के लिए भी खास है।