साल 2023 ख़त्म होने वाला है. दिसंबर के आखिरी दिन आ गए हैं, लेकिन इसके बावजूद राजस्थान में सर्दी का सितम उतना गहरा नहीं महसूस हो रहा है, जितना हर साल होता था. मौसम विभाग के मुताबिक पूरे राजस्थान में भारी धुंध है. इसके चलते कई इलाकों में चेतावनी जारी की गई है. राजस्थान में हाड़ कंपाने वाली सर्दी ना होने के पीछे यहां पर एक के बाद आ रहे पश्चिमी विक्षोभ हैं। नवंबर से फरवरी तक राजस्थान में सबसे कठोर सर्दी का मौसम माना जाता है। नवंबर से दिसंबर के महीनों के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के प्रतिकूल प्रभाव के कारण राजस्थान में लगातार घना कोहरा छाया हुआ है, लेकिन अत्यधिक ठंड का असर कम देखने को मिल रहा है.
मौसम सेवा के अनुसार, पिछले 24 घंटों में उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों के कई हिस्सों में भारी धुंध दर्ज की गई। दरअसल, राजधानी जयपुर में दोपहर तक सूर्य देव ने दर्शन नहीं दिए। इसके अलावा बताया जा रहा है कि इन दिनों कई जगहों पर मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हो सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक, 31 दिसंबर को राजस्थान के कोटा-भरतपुर संभाग में बारिश की संभावना है. राजस्थान के कई हिस्सों में घने कोहरे के कारण दृश्यता बुरी तरह प्रभावित हुई.
राजस्थान के कई हिस्सों में आज हल्की बारिश की संभावना है. वहीं, कई जगहों पर अभी भी घना कोहरा दिखाई दे रहा है. मौसम विभाग ने धौलपुर-नागौर के लिए भारी धुंध की नारंगी चेतावनी जारी की है। वहीं, करौली, झुंझुनूं, भरतपुर, पाली के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है. यहां भी कोहरा अपना बड़ा असर दिखा सकता है.
आंकड़ों के मुताबिक 31 दिसंबर से राजस्थान में चिंताजनक पश्चिमी प्रभाव मजबूत हो गया है. इससे ठंड बढ़ने की आशंका है. इसके चलते सर्दी के तेवर और तीखे होने के आसार हैं. राजस्थान के पश्चिमी हिस्से की बात करें तो यहां कड़ाके की ठंड और घना कोहरा छाया रह सकता है। मौसम विज्ञान विभाग ने 31 दिसंबर से मौसम के मिजाज में बड़े बदलाव की चेतावनी जारी की है।