नई दिल्ली, 24 जनवरी – भारत के टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (ट्राई) ने 24 दिसंबर को अपने दूरसंचार आदेश में बड़े बदलाव करते हुए नई गाइडलाइन जारी की है। इस कदम से देश के 15 करोड़ 2G यूजर्स को सस्ते रिचार्ज प्लान का फायदा मिलने की उम्मीद है। अब 2G यूजर्स को महंगे डेटा प्लान खरीदने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को वॉयस और SMS-केंद्रित रिचार्ज प्लान लॉन्च करने का निर्देश दिया है।
क्या है ट्राई की नई गाइडलाइन?
1. 10 रुपये के टॉप-अप पर बदलाव:
ट्राई ने 10 रुपये के टॉप-अप वाउचर की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। अब कंपनियां अपनी पसंद के किसी भी मूल्य के टॉप-अप वाउचर जारी कर सकती हैं।
2. स्पेशल टैरिफ वाउचर (STV):
स्पेशल टैरिफ वाउचर की वैधता 90 दिन से बढ़ाकर 365 दिन कर दी गई है। इससे यूजर्स को लंबे समय तक लाभ मिलेगा।
3. फिजिकल रिचार्ज पर कलर कोडिंग खत्म:
ऑनलाइन रिचार्ज के बढ़ते चलन को देखते हुए फिजिकल रिचार्ज के लिए कलर कोडिंग की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है।
2G यूजर्स को मिलेगा सस्ता वॉयस और SMS प्लान
2G फीचर फोन यूजर्स के लिए डेटा की जरूरत कम होती है, लेकिन उन्हें कॉल और SMS के लिए महंगे डेटा प्लान खरीदने पड़ते हैं। ट्राई ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को वॉयस और SMS-केंद्रित प्लान पेश करने का निर्देश दिया है। इससे यूजर्स को सिर्फ उनकी जरूरत के अनुसार प्लान खरीदने की आजादी मिलेगी।
कब से लागू होंगे नए नियम?
ट्राई की गाइडलाइन लागू हो चुकी है, लेकिन टेलीकॉम कंपनियों को नए प्लान पेश करने के लिए कुछ सप्ताह का समय दिया गया है। उम्मीद है कि जनवरी के अंत तक कंपनियां सस्ते रिचार्ज प्लान लॉन्च कर सकती हैं। हालांकि, कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है।
क्या होगा असर?
2G यूजर्स को सस्ते प्लान से राहत मिलेगी।
टेलीकॉम सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
लंबे वैधता वाले टैरिफ वाउचर से ग्राहकों की सुविधा में इजाफा होगा।
नए नियम से उम्मीदें
ट्राई का यह कदम 2G यूजर्स के लिए बड़ा बदलाव लाएगा। अब देखना होगा कि टेलीकॉम कंपनियां कब और कैसे इन दिशा-निर्देशों का पालन करती हैं।