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गहलोत ने केंद्र सरकार से पूछे तीखे सवाल, पुलवामा हमले को किया याद – ‘सीजफायर’ की शर्तों पर भी उठाया सवाल

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार से दो अहम और तीखे सवाल पूछे हैं। उन्होंने सरकार की चुप्पी और कार्रवाई की धीमी गति पर सवाल उठाते हुए 2019 के पुलवामा आतंकी हमले को भी याद किया।

सीजफायर को लेकर उठाए सवाल

शनिवार को अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करते हुए गहलोत ने लिखा कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले को अब एक महीना बीत चुका है, लेकिन अभी तक न तो आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है और न ही सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार किसी अधिकारी पर कोई स्पष्ट कार्रवाई की गई है।

गहलोत ने सरकार से दो सवाल पूछे:

1. हमला करने वाले आतंकवादी अब तक क्यों नहीं पकड़े गए? क्या सीजफायर की शर्तों में पाकिस्तान से आतंकियों को भारत को सौंपने की बात नहीं रखी गई थी?

2. जब सरकार ने स्वीकार किया कि पहलगाम में चूक हुई, तो उस चूक के लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की गई?

पुलवामा हमले का भी किया जिक्र

गहलोत ने अपनी पोस्ट में 2019 के पुलवामा आतंकी हमले को भी याद करते हुए कहा कि “आज भी देश नहीं जानता कि उस हमले के लिए जिम्मेदार कौन था और सैकड़ों किलो RDX आखिर वहां तक कैसे पहुंचा।” उन्होंने कहा कि यह सवाल सिर्फ विपक्ष का नहीं है, बल्कि हर देशवासी का है।

“राष्ट्रीय सुरक्षा पर हो पारदर्शी जांच”

गहलोत ने दोनों आतंकी घटनाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा से सीधे जोड़ते हुए सरकार से मांग की कि इन मामलों में पूर्ण पारदर्शिता के साथ जांच की जाए। उन्होंने कहा कि “देश की सुरक्षा कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, यह राष्ट्रीय दायित्व है।”

ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि

गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत आतंकियों के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की, जिन्हें भारतीय रक्षा प्रणालियों – विशेष रूप से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम – ने विफल कर दिया। ड्रोन हमलों की कोशिशें राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में भी देखी गईं, जिन्हें समय रहते रोका गया। गहलोत के इन सवालों के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है और अब निगाहें केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।

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