धौलपुर, राजस्थान: हाड़ौती क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब चंबल नदी पर साफ तौर पर नजर आने लगा है। नवनेरा बैराज से करीब 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार सुबह तक जलस्तर 139 मीटर तक पहुंच गया, जबकि खतरे का निशान 131.79 मीटर है। इससे धौलपुर शहर के पुराने चंबल ब्रिज के डूबने की आशंका जताई जा रही है। चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर से सरमथुरा और राजाखेड़ा उपखंड के कई गांवों में पानी घुस चुका है। राजाखेड़ा में 24 गांव नदी के बेहद पास स्थित हैं, जहां स्थिति गंभीर होती जा रही है। इन क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी जा रही है।
प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता, 4 गांवों में अलर्ट
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी.टी. ने सिविल डिफेंस टीम के साथ राजाखेड़ा क्षेत्र का दौरा किया। वहीं, धौलपुर शहर की सीमा से सटे चार गांवों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है। ग्रामीणों को नदी के किनारे न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। जिन गांवों में पानी प्रवेश कर चुका है, वहां लोगों को ऊंचे स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। पुराना चंबल ब्रिज, जो वर्षों से शहर की लाइफलाइन रहा है, उसके जलमग्न होने की स्थिति में यातायात पूरी तरह प्रभावित हो सकता है।
जनता से की गई यह अपील
प्रशासन ने जनता से अफवाहों से दूर रहने और किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी कंट्रोल रूम या प्रशासनिक अधिकारी से संपर्क करने की अपील की है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगले 24 घंटे अत्यंत संवेदनशील हैं, क्योंकि जलस्तर में और वृद्धि की आशंका बनी हुई है। धौलपुर में चंबल नदी का रौद्र रूप अब खतरे की घंटी बजा रहा है। ऐसे में प्रशासन और आमजन दोनों को मिलकर सतर्कता और सजगता बनाए रखनी होगी।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।