पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने नेपाल में जारी हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि अगर नेपाल भारत का हिस्सा होता, तो वहां शांति और समृद्धि होती। चौधरी का दावा है कि कांग्रेस की नीतियों ने पड़ोसी देशों में अराजकता को बढ़ावा दिया है।
क्या कहा सम्राट चौधरी ने?
चौधरी ने बयान में कहा, “नेपाल में जो हालात हैं, उनके पीछे कांग्रेस की ऐतिहासिक गलतियां हैं। अगर नेपाल और पाकिस्तान भारत का हिस्सा होते, तो वे भी भारत की तरह स्थिर और समृद्ध होते। कांग्रेस की गलत नीतियों ने इन्हें अलग कर दिया, जिसका असर हमारे देश की सुरक्षा और स्थिरता पर भी पड़ा है।”
नेपाल में हिंसा की स्थिति
नेपाल में हाल ही में Gen-Z आंदोलन हिंसक रूप ले चुका है। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, राष्ट्रपति आवास और कई मंत्रियों के घरों में आगजनी और तोड़फोड़ की। इस हिंसा में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने इस्तीफा दे दिया है। देश में राजनीतिक संकट और गहरा गया है।
भारत-नेपाल सीमा पर असर
नेपाल में अस्थिरता का असर भारत की सीमा पर भी देखने को मिल रहा है। बिहार के सात जिलों—पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल और किशनगंज—में हाई अलर्ट जारी किया गया है। सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती बढ़ाई गई। नेपाल से जुड़े मैत्री पुलों पर कड़ी निगरानी।ट्रकों की लंबी कतारें और फंसे हुए यात्री।
कांग्रेस पर निशाना
सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों ने केवल नेपाल में ही नहीं, बल्कि पूरे पड़ोसी क्षेत्र में अराजकता और अस्थिरता पैदा की है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस “ऐतिहासिक सच्चाई” को समझें और कांग्रेस को इसके लिए जवाबदेह ठहराएं।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।