राजस्थान में बरसात का मौसम चल रहा है. मौसम विभाग ने आज बांसवाड़ा संभाग के बांसवाड़ा, सिरोही, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की है. प्रबंधन भी अलर्ट मोड में है. आज अधिक बारिश की संभावना के चलते कलेक्टर ने बांसवाड़ा जिले के स्कूलों में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है.
बांसवाड़ा में अलग-अलग हादसों में सात लोगों की मौत हो गई. माही बांध के सभी गेट खुलने से पर्यटन स्थल बेणेश्वर धाम आदिवासियों के बीच टापू बन गया है. वहां 45 लोग फंसे हुए है. मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण राजस्थान में भारी बारिश हो रही है। हालांकि धौलपुर में चंबल नदी में बाढ़ आ गई है. धौलपुर से लेकर कोटा तक बारिश ने तबाही मचा रखी है. आने वाले दिनों में भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा.
राजस्थान में दक्षिणी राजस्थान यानी उदयपुर क्षेत्र में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है. वागड़ जिले में भारी बारिश के कारण राजस्थान की दूसरी सबसे बड़ी माही बजाज के 16 गेट खोलने पड़े। क्योंकि वहां पानी बहुत है. रविवार को फिर बारिश हुई। रविवार को हुई भारी बारिश के कारण चंबल नदी खतरे के ऊपर वह रही है. राजस्थान में रविवार को बागीदौरा और बांसवाड़ा में भारी बारिश दर्ज की गई. मौसम सेवा ने आज भी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. मध्य प्रदेश में चंबल नदी और अन्य नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
चंबल नदी में पानी का बहाव तेज होने से गांधी सागर बांध में एक ही दिन में 8 फीट पानी आ गया। सुबह 8 बजे तक गांधी सागर का स्तर 1,301.61 फीट था। शनिवार सुबह 8:00 बजे और रविवार शाम 5:30 बजे पानी की ऊंचाई बढ़कर 1,309.28 फीट हो गई। इसमें से 7 स्लुइस और 3 रिज गेट खोलकर 2 लाख 14,000,194 क्यूसेक पानी निकाला गया है। कोटा जल संसाधन विभाग के महानिदेशक भारत रत्न गौड़ ने कहा कि राजस्थान में राणा प्रताप सागर बांध भरेगा. अब इसका अधिकतम घनत्व 1,145.40 फीट और क्षमता 1,157.50 फीट है। अभी 12 फीट खाली रह गया हैं।
राणा प्रताप सागर बांध में सोमवार सुबह 8.30 बजे तक गेट खोलने की संभावना है। राणा प्रताप सागर बांध से पानी जवाहर सागर और कोटा बांध से छोड़ा जाता है। कोटा और धौलपुर में इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. निचले इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। जब कोटा बांध के गेट खोले जाते हैं तो 25,000 क्यूबिक सेकंड पानी छोड़ा जाता है।
बांसवाड़ा जिले में भारी बारिश हुई. पिछले 24 घंटे में हुई भारी बारिश के कारण यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बांसवाड़ा के बागीदौरा में पिछले 24 घंटे में 365 मिमी (करीब 14.5 इंच) बारिश दर्ज की गई। क्षेत्र के कई हिस्सों में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई. जबकि माही बांध के 16 गेट अभी भी खुले हैं. यहां बेणेश्वर धाम आज टापू बना हुआ है। बांसवाड़ा में बारिश जनित हादसे में सात लोगों की मौत हो गई. नियंत्रण कक्ष के अनुसार कुशलगढ़ क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ से तीन, आनंदपुरी क्षेत्र में भूस्खलन व मकान ढहने से एक, सज्जनगढ़ क्षेत्र में दीवार गिरने से एक और आनंदपुरी क्षेत्र में बाढ़ से एक व्यक्ति की मौत हो गई।