तमाम धरना,5 प्रदर्शन ,आश्वासन के बावजूद सरकार ने मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र की 16 ग्राम पंचायतों को शाहपुरा जिले में जोड़ दिया गया । सरकार द्वारा मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता की अनदेखी की है। सरकार के आदेश के विरोध स्वरूप मांडलगढ़ के कांग्रेसी विचारधारा के नेताओं ने अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व को भेजा। इसके अंतर्गत लोकसभा प्रत्याशी, पूर्व विधायक समेत सौ से ज़्यादा कांग्रेस पदाधिक़ारियो ने भेजे इस्तीफ़े । माण्डलगढ़ विधान सभा की 16 ग्राम पंचायतों को शाहपुरा ज़िले में जोड़ने का विरोध सामने आया है।
इन 16 ग्राम पंचायतों को भीलवाड़ा जिले में ही रखने की कर रहे हे माँग। लोकसभा प्रत्याशी रामपाल शर्मा, पूर्व विधायक प्रदीप कुमार सिंह, प्रधान जितेंद्र मूँदडा, पूर्व प्रधान सतीश जोशी, कन्हैयालाल जाट, पूर्व उपप्रधान और भीलवाड़ा डेयरी डायरेक्टर भेरूलाल जाट सहित माण्डलगढ़ कांग्रेस के ब्लॉकअध्यक्ष, सभी 16 ग्राम पंचायतों के सरपंच , कांग्रेस के पदाधिकारीयो ने मुख्यमंत्री,कांग्रेस प्रदेश प्रभारी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफ़े । सभी की एक ही माँग या तो 16 ग्राम पंचायतों को भीलवाड़ा में रखो या फिर इस्तीफ़े स्वीकार करो।