-जहाँ बच्चों का बचपन छीन रहा है मोबाइल, वहीं दस वर्ष से छोटे बालकों को विकास के आयामों से जोड़ रहीं है स्काउटिंग की कबिंग शाखा
बून्दी | स्काउटिंग गाइडिंग के पांच से दस वर्ष के बालक बालिकाओं के विकास से जुड़ी कब शाखा का ओरिएंटेशन व चतुर्थ चरण अवार्ड सम्मान कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को गुरुनानक कॉलोनी स्थित आर्केडिया अकेडमी में किया गया। इस अवसर पर इतिहासकार स्काउट गाइड के पूर्व उपप्रधान डॉ एस.एल. नागौरी मुख्य अतिथि रहे, अध्यक्षता संयुक्त सचिव डॉ सर्वेश तिवारी ने की। संस्था प्रधान शिल्पा भार्गव, प्रबंधक सीमा सिंह व स्काउट गाइड कब विभाग प्रभारी निर्मला गौड़ मंचासीन रहे। बचपन के अस्तित्व को मिटाता मोबाइल, दुर्व्यसन से लड़खड़ाता युवा व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे संदेशों पर जन-चेतनाकारी नाटको की प्रस्तुतियों के बीच आठ कब बालकों को चतुर्थ चरण अवार्ड प्रदान किये गए।
नेशनल ग्रीन कोर इको क्लब के तत्वावधान में आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ नागौरी ने बालकों के व्यक्तित्व विकास में सामाजिक परिवेश शिक्षा व संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बाल्यावस्था जीवन की नींव है आज मोबाइल व सोशल मीडिया बच्चो को अपनी कैद में लेकर उनसे उनका स्वर्णिम बचपन छीन रहा है जो कि बाहड चिंतनीय है। अध्यक्षीय उद्बोधन में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डॉ सर्वेश तिवारी ने बताया कि स्काउटिंग में पांच से दस वर्ष तक के बालक बालिकाओं को कब व बुलबुल के रूप में जोड़कर उनको व्यक्तित्व विकास के विविध आयामों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। स्काउटिंग की यह शाखा बच्चों को बहुआयामी विकास से जोड़कर विभिन्न अवार्ड को सम्मान प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है। अतिथियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कब विभाग के प्रतिष्ठित चतुर्थ चरण अवार्ड परीक्षा में सफल रहे, नन्हे बालक नियौर शर्मा, नित्यांत शर्मा , मितांश शर्मा, लक्ष्य जांगिड़, आरव गौतम, वेदांग, कविश बूलीवाल व आरव श्रृंगी को राज्यस्तर से प्राप्त प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संदेश के साथ दर्शित वैष्णव, नेहल जांगिड़, तन्वी शर्मा, निधि मीणा, जीविषा माहेश्वरी, जीविका सरोया टीम ने आज भी समाज में बेटियों के साथ हो रहे भेदभाव को चित्ताकर्षक भूमिकाओं द्वारा प्रत्यक्ष रूप से नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया वहीं दूसरी और “बच्चों से उनके बचपन को छीनता मोबाइल” नुक्कड़ नाटक द्वारा आरव श्रृंगी, आरव गौतम, नियोर, लक्ष्य , कविश, देव, नित्यांत व मितांश ने दिनरात मोबाइल उपयोग की आदत से स्वास्थ्य पर मंडराते खतरों, मानसिक अस्थिरता, अपराध व आक्रामक प्रवृति का जीवंत चित्रण किया।
दुर्व्यसनों से युवाओं पर मंडराते खतरे द्वारा मौलिक सोमाणी, तेजस सिंह, रुद्रप्रताप सिंह ने नशा, तम्बाकू, गुटका बनकर, वेदांग वशिष्ठ , वंश वर्धन व हितेंद्र राज सिंह ने कैंसर के रूप में वही श्रेयांश पंचोली व अरिहंत जैन बेमौत तड़पकर मरते नशेड़ी की भयावह हालत को भव्य नाटक मंचन द्वारा प्रस्तुत किया व व्यसन मुक्ति की शपथ दिलाई । इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में नन्हे कब बालकों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर, करतल ध्वनि के बीच स्कार्फ पहनाकर अतिथियों का अभिनंदन किया। प्रबंधक प्रबंधक सीमा सिंह ने स्वागत उद्बोधन व प्रभारी निर्मला गौड़ ने स्काउट गाइड गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विदुषी गर्ग व आशु भाषण प्रतियोगिता में नारवी माहेश्वरी विजेता रही। हितेंद्रराज सिंह व वंशवर्धन सिंह कविता व स्काउट गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन अध्यापिका पूजा रामानी ने किया व संस्था प्रधान शिल्पा भार्गव ने आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर रोवरमेट आतिश वर्मा, प्रशिक्षक अंजली घूसर, माया महावर, उषा सोनी, पूजा रामानी, पूजा प्रजापत, नेहा परवीन, अमिता शर्मा, आकांक्षा हाड़ा, अपूर्वा हाड़ा, हर्षवंती, ज्योती धुन्ना व सलोनी श्रृंगी ने विशेष सहयोग प्रदान किया।