ईआरसीपी पर जनता को गुमराह न करें कांग्रेस- जिलाध्यक्ष मीणा

-बारां जिले को लाभान्वित करने वाली योजनाओं पर बोलें चुनाव न लड़ने की कसम खाने वाले- हेमराज मीणा

बारां- 15 अक्टूबर। ईआरसीपी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने जा रही कांग्रेस पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा जिलाध्यक्ष जगदीश मीणा ने कहा कि ईस्टर्न राजस्थान कैनल प्रोजेक्ट राजस्थान भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार की योजना है, जिससे दक्षिण पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई जरूरत पूरी होगी। मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस पार्टी ने इस परियोजना को राजनीति की भेंट चढ़ा दिया। मीणा ने सवालिया निशान उठाते हुए कांग्रेस के मंत्री से पूछा कि ईआरसीपी को लेकर भारत सरकार द्वारा अबतक 9 बैठकें बुलाई गई, जिनमें गहलोत सरकार के एक भी मंत्री व अधिकारी भाग लेने नही क्यों नही पहुंचा और राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने कब प्रस्ताव बनाकर केंद्र को भेजा। उन्होंने कहा कि असल मे गहलोत सरकार व कांग्रेस चाहती ही नही कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिले। प्रदेश की जनता कांग्रेस की इस दोगली नीति को समझ चुकी है।

भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व भरतपुर संभाग प्रभारी हेमराज मीणा, पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश विजय, राजेन्द्र नागर व नरेश सिकरवार ने कहा कि ईआरसीपी परियोजना जिले से नही गुजर रही है जबकि 50 वर्षों तक राजनीति का शिकार हुई हाड़ौती की भाग्यरेखा परवन वृहद सिंचाई परियोजना का शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा किया गया, सरकार बदलने के बाद जिसके बाद बड़ी- बड़ी बातें कर पदयात्रा निकालने वाले कांग्रेसी नेताओं व परवन योजना शुरू न होने पर चुनाव न लड़ने की कसम खाने वाले स्थानीय मंत्री तथा कांग्रेस ने बीते पांच वर्षों से परवन के कार्य को गति न देकर जनता से केवल छलावा किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की मौजूदा सरकार की लापरवाही की वजह से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं मिल सका। राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने हेतु परियोजना के लिए तकनीकी स्वीकृति, पर्यावरण क्लीयरेंस, इन्वेस्टमेंट क्लीयरेंस तथा वाइल्डलाइफ क्लीयरेंस सहित कई महत्त्वपूर्ण कार्य नही किए गए। जब राजस्थान सरकार ने पहला चरण ही पूरा नहीं किया तो ऐसे में ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना संभव ही नहीं था, लेकिन भाजपा ईआरसीपी के लिए प्रतिबद्ध है जिसकी समस्त औपचारिकताएं सरकार में आने पर प्राथमिकता से की जाएगी।

वरिष्ठ नेता यशभानु जैन, प्रेमनारायण सोनी, रामस्वरूप यादव तथा पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन व सारिका सिंह चौहान ने भी ईआरसीपी पर कांग्रेस को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि योजना को ठंडे बस्ते में डालने के अलावा गहलोत सरकार में कुछ नही किया। पूर्व विधायक ललित मीणा व रामपाल मेघवाल, भाजपा नेता ब्रह्मानन्द शर्मा, हरगोविंद जैन व संजीव भारद्वाज ने कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेता ईआरसीपी परियोजना जो जिले को छूकर भी नही निकल रही है, उसे छोड़ पहले तो जिले को लाभान्वित करने वाली परवन वृहद सिंचाई परियोजना पर बोलें। उन्होंने कहा कि अमृत स्मार्ट सिटी परियोजना, अहमदी सिंचाई परियोजना, कस्बाथाना की जकाह परियोजना बजट के अभाव में बंद पड़ी है, जो परियोजना पहले से चल रही है उन पर कोई ध्यान नही दिया गया वे जीर्ण शीर्ण हालातों में है, कांग्रेस की ओर से उस पर कोई कार्य नही किया गया।
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प्रदेश में हर मोर्चे पर विफल रही कांग्रेस-
उपजिला प्रमुख छीतरलाल पालरिया, बारां प्रधान मोरपाल सुमन, अंता प्रधान प्रखर कौशल, छबड़ा प्रधान हरिओम नागर व छीपाबड़ौद प्रधान नरेश मीणा, महावीर नामा व निरंजन शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र गालव, राकेश जैन, निर्मल माथोडिया, प्रवीण शर्मा, श्रीकृष्ण मेहता, मजीद मलिक कमाण्डो, ओम सुमन, प्रशांत विजयवर्गीय, जयेश गालव, मनीष लश्करी, मुकेश केरवालिया, बद्रीप्रसाद मेघवाल, प्रदीप मेरोठा, राधेश्याम बैरवा, सचिन सनाढ्य, दिलीप चौबे, दिलीप शाक्यवाल, विद्यारतन जयंत, सुनील यादव, योगेश राजौरा, देवेन्द्र शर्मा, योगेश गौत्तम, रमेश नागर, महावीर मालव आदि ने कहा कि गहलोत सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। बीते पांच वर्षों में राजस्थान ने अपराध, बलात्कार, हत्या, लूट आदि के मामलों में कई रिकॉर्ड तोड़ें हैं। पूर्व शिक्षामंत्री व राजस्थान कांग्रेस के मुखिया डोटासरा पेपरलीक जैसे युवाओं के स्वप्न तोड़ने वाले मुद्दों पर ऐसे जवाब देते हैं जैसे वे कवि सम्मेलन पढ़ रहें हो। यहां के एक वरिष्ठ मंत्री रेप के मामले में राजस्थान को मर्दों का प्रदेश बताते हुए अपने बेतुके बयान देने से बाज नही आते।

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