बारां 23 अक्टूबर। शारदीय नवरात्रि महोत्सव के अन्तर्गत समीपवर्ती भड़सुई गांव में श्रीचतुर्भुज नाथ रामलीला मण्डल द्वारा आयोजित रामलीला में सीता हरण, खरदूषण वध व बाली वध लीला का सुन्दर मंचन किया गया। रामलीला में दर्षक मध्यरात तक डटे रहे। आसपास के गांवों से भी लोग रामलीला देखने उमड़ रहे हैं। आयोजन समिति के सुरेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि रामलीला में रावण, साधुवेश में रावण, जटायु, सुन्दरी सुर्पणखा, लक्ष्मण, खर-दूषण का सुन्दर अभिनय गांव के ही कलाकारों द्वारा किया गया। इससे पूर्व रामलीला का शुभारंभ डॉ. राकेश कुमार मीणा द्वारा श्रीराम की आरती कर किया गया।
पांच वर्ष बाद गांव के युवाओं के आग्रह पर सभी वरिष्ठ कलाकारों ने सहयोग कर रामलीला के मंचन को फिर से आरंभ किया है। ताकि सांस्कृतिक परंपरा अनवरत चलती रहे तथा गांव आपसी सौहार्द बना रहे। वहीं कलाकारों व आयोजकों में भी नेतृत्व की क्षमता, अभिव्यक्ति क्षमता, एकता, सांस्कृतिक परंपरा का रक्षण एवं जीवन मूल्यों के संवर्धन में वृद्धि होती है। गत 45 वर्षों से यहां पर शारदीय नवरात्रि में रामलीला का आयोजन किया जाता रहा है। जिसमें सभी ग्रामवासी आपसी मतभेद भुलाकर कर अपनी यथोचित भागीदारी निभाते हैं। कलाकारों मेंं श्रीराम का अभिनय धीरेंद्र मीणा, लक्ष्मण का शुभम मीणा, सीता का राजकमल मीणा, व्यास पीठ पर सत्यनारायण शर्मा व मुकुंद बिहारी कानूगो तथा अन्य भूमिकाएं राजेंद्र वैष्णव, जुगल मीणा, जमुना शंकर मीणा आदि निभा रहे हैं।